करौली। जिले में अवैध रूप से निजी विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। इन स्कूलों के संचालक बेखौफ बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इन स्कूलों के पास शिफ्टिंग प्रमाण पत्र भी नहीं होने के बावजूद स्थान बदलते रहते हैं। इन स्कूलों के हालात यह हैं कि बच्चों के लिए बैठने की जगह भी पर्याप्त नहीं होती है। कई स्कूलों में तो बच्चों को बाहर बिठाकर पढ़ाया जाता है। ऐसे स्कूलों में बोर्ड पर मान्यता प्राप्त होने की जानकारी लिख दी जाती है, जबकि इनके पास कोई मान्यता नहीं होती। इन फर्जी स्कूलों के संचालित होने से बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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