करौली। जिला मुख्यालय से 12 किमी दूर नंदे भूमिया के स्थान पर हर वर्ष लगने
वाले लक्खी मेले मे लाखों श्रद्धालुओं ने बाबा की चौखट पर ढोक लगाई और अपने
तथा परिवार की खुशियों की मन्नत मांगी। नंदे भूमिया के स्थान पर आसपास
के क्षेत्र के लोग ही नहीं, बल्कि उत्तरप्रदेश-मध्यप्रदेश से लोग गंभीर बीमारी के निदान के लिए आते हैं। बीमारी से निदान पाकर बाबा के दरबार से जाते हैं। जानकारी के अनुसार वैसे
तो यहां सभी धर्म के लोग आते हैं, लेकिन गुर्जर समाज के लोगों में नंदे भूमिया
की मान्यता अधिक है। वहीं लक्खी मेले में गुर्जर समाज के लोगों द्वारा सभी
प्रकार की व्यवस्था की गई। बाबा के दरबार में लाखों भक्त आए। भारी भीड़ के बीच जेबकतरों ने दो महिलाओं के गले से
सोने की चेन पार कर दी। वहीं मेले में वाहनों के आवागमन से जाम लगने जैसी
समस्या हो गई। कई घंटे तक वाहन खड़े रहे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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