जोधपुर/अजमेर। ब्यावर के नंदनगर में शुक्रवार शाम हुए हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। उस हादसे को याद कर हर कोई सिहर उठता है। इस हादसे में दूल्हे हेमंत की मां सहित 10 लोग लापता हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गमों का पहाड़ दिल में छिपाए हुए दूल्हे हेमंत ने वधू ऋतु के साथ फेर लिए। फेरों के दौरान हेमंत व ऋतु कई बार भावुक हुए। बीच-बीच में परिजनों ने उन्हें संभाला। फेरों के दौरान वर-वधू के कदम लड़खड़ाते रहे। हेमंत ने कांपते हाथों से ऋतु की मांग में सिंदूर भरा। विदाई के समय बेटी का पिता के घर से ससुराल जाने से ज्यादा गम अपनों को खोने का था। ऋतु माता-पिता के गले लग जोर-जोर से बिलखने लगी।
शादी का कार्यक्रम बिल्कुल सादगी से संपन्न हुआ। सवा घंटे में शादी की सारी रस्में पूरी हो गईं। हेमंत पटनेचा शादी की रस्में पूरी करने अपने दो दोस्तों व एक रिश्तेदारों के साथ जोधपुर पहुंचा था। शादी के बाद हेमंत दुल्हन ऋतु को लेकर सूरसागर स्थित अपने रिश्तेदार के यहां पहुंचा। वहां से उनका साला पवन बहन को वापस ले आया और हेमंत ब्यावर रवाना हो गया।
बता दें कि ब्यावर में शुक्रवार को कुमावत समाज के भवन में सिलेंडर धमाकों में शादी समारोह की खुशियां चूर हो गईं। हादसे में अब तक 18 लोगों की मौत की खबर है। बचाव राहत कार्य चल रहा है। दूल्हे हेमंत पटनेचा की मां आशा देवी सहित 10 लोग अब भी लापता है। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के जवान अब भी मलबे को हटाने में जुटे हुए है। मलबे के नीचे अभी भी लोगों के दबे होने की आशंका है।
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope