जैसलमेर। इन दिनों गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। मार्च माह में ही अधिकतम पारा 42 डिग्री के पार पहुंच चुका है। बुजुर्गों के अनुसार पिछले 100 वर्षों में मार्च माह में इतनी गर्मी नहीं देखी। दोपहर 12 बजते ही लोग घरों में दुबकने पर मजबूर हो जाते हैं।
भारत-पाक सीमा से सटे जैसलमेर जिले में सूर्य देवता ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। भीषण गर्मी ने पिछले 100 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मार्च माह में ही अधिकतम पारा 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, जिससे आमजन का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दोपहर होते ही चौक-चौराहे सूने हो जाते हैं। लोग अपने घरों में कूलर व एसी के आगोश में चले जाते हैं। जरूरी कार्य होने पर भी खुद का कपड़ों से बचाव कर निकलने को मजबूर हैं। भीषण गर्मी का कहर अस्पतालों में भी नजर आ रहा है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। जिला अस्पताल में मरीजों की कतारें दिखाई दे रही हैं। बहरहाल लोगों के माथे पर ये चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही हैं कि अगर मार्च माह में गर्मी का ये आलम है तो मई और जून में गर्मी क्या सितम ढाएगी।
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