नई दिल्ली | राज्यसभा में गुरुवार को महिला सदस्यों ने एक नाबालिग बच्ची के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किए जाने की घटना को लेकर राजस्थान के एक मंत्री द्वारा कथित तौर पर की गई असंवेदनशील टिप्पणी का मुद्दा उठाया।
इस मुद्दे को लेकर सदन में जोरदार हंगामा हुआ, जिसके कारण कार्यवाही बाधित हुई और सदन को संक्षिप्त समय के लिए स्थगित करना पड़ा।
जनता दल युनाईटेड (जदयू) की कहकशां प्रवीन ने राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया द्वारा की गई टिप्पणी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि यह संभव नहीं है कि जिस लड़की के साथ आठ लोगों ने दुष्कर्म किया हो, वह इसके बारे में अपने मां-बाप को न बताए।
विपल्व ठाकुर समेत अन्य महिला सदस्यों ने भी जद(यू) नेता का समर्थन किया। ठाकुर ने राज्य की 13 वर्षीय लड़की के बारे में मंत्री की टिप्पणी से जुड़ी समाचार पत्र में प्रकाशित खबरें भी दिखाईं।
हालांकि, सदन के उप सभापति पी.जे. कुरियन ने कहा कि मुद्दे पर व्यवस्था के प्रश्न के तौर पर चर्चा नहीं की जा सकती और इसके लिए पहले नोटिस देना जरूरी है।
कुरियन ने कहा, नोटिस के बिना मैं (चर्चा की) अनुमति नहीं दे सकता। (मुद्दे पर) नोटिस नहीं दिया गया।
इसके बाद गुस्साएं सदस्य उप सभापति के आसन के सामने खड़े हो गए और असंवेदनशील टिप्पणी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
आईएएनएस
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