जयपुर। अब राजस्थान यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन नहीं करने वाला स्टूडेंट लीडर यूनिवर्सिटी का छात्रसंघ चुनाव नहीं लड सकेगा। राजस्थान सरकार के उस आदेश को राजस्थान यूनिवर्सिटी में रविवार को लागू कर दिया गया, जिसमें अब ग्रेजुएशन स्टुडेंट ही आरयू के अपेक्स पद का चुनाव लड सकेगा। हालांकि सिडिंकेट की बैठक मेें इस आदेश को लागू करने के बाद यूनिवर्सिटी में जमकर हंगामा हुआ। बैठक में शामिल होने आए विधायक मोहन लाल गुप्ता को अपनी गाडी छोडकर पैदल ही जाना पड़ा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दरअसल, उच्च शिक्षा विभाग ने यह आदेश जारी किया था, जिसमें वहीं छात्रनेता प्रदेश की यूनिवर्सिटी में चुनाव लड सकेगा, जिसने उसी यूनिवर्सिटी के कॉलेज से ग्रेजुएशन किया हो। लिहाजा सिंडिकेट की बैठक में इस आदेश को लागू करने पर मोहर लगनी थी। युनिवर्सिटी में जितनी देर बैठक चली उतनी देर यूनिवर्सिटी पुलिस छावनी बनी रही। धीरे-धीरे कुलपति सचिवालय के सामने छात्रों की भीड बढ़ने लगी। लिहाजा अतिरिक्त पुलिस और आरएसी बल बुलाना पडा। मोहर लग जाने के बाद छात्र नेताओं ने सिंडिकेट की बैठक से बाहर निकले बीजेपी विधायक मोहन लाल गुप्ता की गाड़ी को घेर लिया। उनकी गाडी के उपर वो चढ़ गए और टायर की हवा भी निकाल दी। ऐसे में पुलिस ने विधायक को गाडी से निकालकर पुलिस सुरक्षा के बीच बाहर निकाला।
विरोध कर रहे संगठन एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष फिरोज खान ने कहा कि वो इस फैसले के विरोध में कोर्ट की शरण लेंगे। बैठक के बाद कुलपति आर के कोठारी ने कहा कि सरकार का आदेश लागू करना उनका कर्तव्य है लिहाजा उन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी में बाहरी यूनिवर्सिटी के छात्र पर अपेक्स छात्रसंघ चुनाव चुनाव लडने पर रोक दी है। छात्र नेताओं का कहना है कि वो इस आदेश के विरोध में उग्र आंदोलन करेंगे। यही नही इस आदेश को वापस नहीं लेने पर एनएसयूआई ने राजस्थान यूनिवर्सिटी में चुनाव नही होने देने की चेतावनी दी है।
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