जयपुर। माणक चौक थाना पुलिस ने कर्मचारी को बंधक बनाकर लाखों रुपए लूटने के करीब एक महीने पुराने मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में 3 डकैतों को गिरफ्तार किया है, जबकि 3 आरोपी फरार हैं। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों से 7.50 लाख रुपए बरामद कर लिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जौहरी बाजार स्थित बारह गणगौर का चौराहा पर तोतुका भवन में 24 जून को राजेश सैल्स एजेंसी से कर्मचारी को बंधक बनाकर हथियार की नोक पर बदमाशों ने लाखों रुपए का डाका डाला था। वारदात के बाद पुलिस ने लूट का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस अब 3 आरोपियों को गिरफ्तारी होने पर डकैती की धाराओं में कार्रवाई करेगी।
गिरोह के सरगना यूनुस समेत तीन डकैत अभी भी फरार है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। आरोपी मोहम्मद शफी छापर चूरू, शमशाद फिरोज यूपी का रहने वाला है। आरोपी मोहम्मद शफी ने वर्ष 2011 में नाहरगढ़ इलाके में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी फिरोज शमशाद के खिलाफ दिल्ली मुंबई में चोरी, नकबजनी, लूट, डकैती हत्या की वारदाते कबूली है। आरोपी वारदात के बाद अजमेर चले गए थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि गिरोह में 25 से ज्यादा बदमाश शामिल हैं, जो अलग-अलग टीम बनाकर अलग-अलग राज्यों में वारदातें करते हैं।
आरोपियों ने डकैती की राशि 70 लाख रुपए से ज्यादा की बताई है, हालांकि उन्होंने अभी तक गिरोह के साथियों में बांटे गई राशि के आधार पर 35 लाख रुपए से ज्यादा का हिसाब ही दिया है। गैंग के सरगना यूनुस के पकड़े जाने के बाद ही एजेंसी से लूटी गई राशि का पता चलेगा। आरोपियों के खिलाफ डकैती की धाराओं में अब कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि बदमाशों की संख्या अब चार से बढ़कर छह हो गई है।
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