जयपुर। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत को राष्ट्रीय स्तर पर रिलीज करने का रास्ता साफ करने के बाद फिल्म की मुख्य विरोधी श्री राजपूत करणी सेना ने अपनी रणनीति में बदलावा किया है। संगठन इस आदेश के खिलाफ उच्चतम न्यायालय की डबल बेंच में याचिका दायर कर फिल्म पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की मांग करेगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एक वीडियो संदेश में संगठन के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने कहा कि फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के लिए वे लोग राष्ट्रपति से मिलने की कोशिश भी करेंगे। उन्होंने कहा कि वे इस फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने देंगे।
करणी सेना के अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है और जल्द ही राष्ट्रपति से मिलने की कोशिश करेंगे। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा 24 जनवरी को चित्तौड़गढ़ में हजारों महिलाएं जौहर करेंगी।
उन्होंने कहा कि जहां आम आदमी को अगली तारीख जानने के लिए महीनों चक्कर लगाने पड़ते हैं, वहीं संजय लीला भंसाली की याचिका पर तुरंत सुनवाई होना 'सर्वोच्च न्यायालय के कामकाज पर सवाल उठाता है।'
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बारे में पूछने पर राजस्थान के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि उन्हें अभी ही न्यायालय के आदेश की जानकारी मिली है। इस आदेश की समीक्षा करने के बाद निर्णय लिया जाएगा।
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