जयपुर। राजधानी के मानसरोवर थाना इलाके में मुथूट गोल्ड लोन कार्यालय में 21 जुलाई को हुई 26 किलो सोना लूटने के मामले में पुलिस ने भले ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हो। लेकिन पुलिस अभी तक मुख्य आरोपी और लूटा गया सोना बरामद करने में नाकाम साबित हुई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ताज्जुब तो ये है कि पुलिस को सीसीटीवी के जरिए आरोपियों का सुराग भी मिल गया। जयपुर पुलिस ने सुराग हाथ लगने पर उन्हें पकड़ने के लिए जयपुर कमिश्नरेट की स्पेशल टीम तैयार कर दिल्ली और बिहार रवाना की। इस पर पुलिस ने कार्रवाई भी की और लूट में शामिल तीन आरोपियों शुभम उर्फ सेतू, पकंज उर्फ बुल्ला, विशाल कुमार उर्फ विक्की उर्फ रहमान को पटना से गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपियों से हुई पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि उन्होंने सुबोध उर्फ राजीव और अन्नू के साथ मिलकर इस लूट की पूरी वारदात को अंजाम दिया। हालांकि पुलिस दो आरोपियों सुबोध उर्फ राजीव और अन्नू को अभी तक नही पकड़ पाई है।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने यूपी के नोयड़ा में किराए पर एक फ्लैट ले रखा था और यहीं से योजना के तहत लूट की वारदातों को अंजाम देते है। ऐसे में लूट की वारदात को अंजाम देने से पहले आरोपी 3 जुलाई को राजधानी जयपुर आए और उन्होंने मुथूट फाइनेंस की सभी ब्रांचों की रैकी की। इसके बाद दिल्ली जाकर उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर मानसरोवर मुथूट ब्रांच से सोना लूटने की योजना बनाई। योजना के तहत आरोपियों ने पहले आगरा से दो मोटर साईकिल खरीदी। एक नई मोटर साईकिल और दूसरी पुरानी मोटर साईकिल। उसके बाद आरोपियोें ने टोंक जिले के निवाई में एक मकान किराए पर लिया।
इसके बाद हथियारलैस आरोपी 21 जुलाई को दो मोटर साईकिल पर सवार मानसरोवर मुथूट गोल्ड लोन फाइनेंस में आए। इस दौरान नकाबपोश लुटेरों ने दिन दहाड़े मुथूट गोल्ड लोन कार्यालय में पिस्तौल दिखाकर कर्मचारियों को बंधकर बनाया और 26 किलो सोना लूटकर फरार हो गए। सोना लूटने के बाद आरोपी यहां से सीधे बिहार भाग गए और लूटे गए सोने को ठिकाने लगा दिया।
घटना के बाद पुलिस ने नाकाबंदी कर बदमाशों की तलाश तेज कर दी थी। इसके बाद पुलिस कमिश्नरेट के करीब एक दर्जन थानों की पुलिस और क्राइम ब्रांच ने संयुक्त रूप से मामले में शामिल बदमाशों को तलाश किया। मामले में एसओजी का भी सहयोग लिया गया। पुलिस को आरोपियों के बिहार में छिपे होने की सूचना मिलने पर पुलिस दल ने आरोपियों को दबोच लिया।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपियों ने पहले और भी राज्यों में गोल्ड लूट की वारदात को अंजाम दिया है।
लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि पुलिस ने भले ही तीनों आरोपियों को पकड़कर अपनी पीठ थपथपाई हो, लेकिन मुख्य दो आरोपियों राजीव उर्फ सुबोध और अन्नू को पकड़ने और सोना बरामद करने में नाकाम साबित हुई। पुलिस के मुताबिक फरार दोनों बदमाश ही लूूट के मुख्य आरोपी हैं। दोनों ने ही लूटे गए सोने को ठिकाने लगाया है। लेकिन मास्टरमाइंड को पकड़ने में पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। फिलहाल पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ अब मुख्य दोनों आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
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