जयपुर।
जयपुर विकास प्राधिकरण ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय की पालना
करते हुए शुक्रवार को लक्ष्मी विलास एवं अन्य भूमियों का कब्जा लिया। जेडीए
ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय की पालना करते हुए सेंट्रल पार्क
स्थित लक्ष्मी विलास, कनक भवन एवं अस्तबल का कब्जा लेने की कार्यवाही की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उल्लेखनीय
है कि जेडीए द्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय की पालना करते हुए
सेंट्रल पार्क स्थित लक्ष्मी विलास, कनक भवन एवं अस्तबल का कब्जा दस दिनों
में संभलवाने के लिए संचालनकर्ता को नोटिस जारी किया गया था। आज दिन में
जेडीए का दस्ता कार्रवाई करने के लिए होटल परिसर पहुंच गया था। होटल मालिक
और कनक भवन मालिक ने पहले ही दोनों बिल्डिंगे खाली कर रखी थी। जेडीए के
प्रवर्तन दस्ते ने दोनों भवनों को कब्जे में लेकर ताला लगा दिया।
भू उपयोग तय नहीं
जेडीए
इस जमीन का भू उपयोग अभी तय नहीं कर पाया है। इस बीच सेंट्रल पार्क में
आने वाले लोगों को कहना था कि इन परिसरों में योगा सेंटर विकसित कर दिया
जाए जिससे सर्दी, गर्मी व बरसात में आने वालों को एक स्थायी जगह मिल सके।
कार्यवाही
के दौरान प्रवर्तन दस्ते द्वारा टोंक रोड कैलाषपुरी 60 फीट रोड सीमा में आ
रहे दो मकानों के अवैध हिस्से को ध्वस्त करने की कार्यवाही आज भी जारी
रही।
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