जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा के सरकार में आते ही राजीव गांधी सेवा केंद्रों का नाम बदलकर अटल सेवा केंद्र करने के निर्णय को निरस्त कर पुनः राजीव गांधी सेवा केंद्र करने के राजस्थान उच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत किया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गहलोत ने कहा कि जब-जब भी भाजपा सरकार सत्ता में आई है, इन्होंने विकास करने के बजाय कांग्रेस सरकार के लोकप्रिय कार्यों, योजनाओं का नाम बदलने का काम प्राथमिकता से किया है।
पूर्व में भी जब भाजपा सरकार आई थी तो जयपुर के राजीव गांधी शिक्षा संकुल का नाम बदल दिया था, जबकि संकुल का शिलान्यास एवं उद्घाटन दोनों राजीव गांधी शिक्षा संकुल के नाम से हुए थे। इसी प्रकार राजीव गांधी स्वर्ण जयंती पाठशालाओं से भी राजीव गांधी का नाम हटा दिया था। इस कार्यकाल में राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के अलावा इंदिरा प्रियदर्शिनी योजना, वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना, शुभ लक्ष्मी योजना सहित कई योजनाओं, विश्वविद्यालयों के नाम बदले गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश एवं दुनिया में कहीं भी देश के लिए त्याग एवं बलिदान करने वाले महापुरुषों के नाम पर रखी गई योजनाओं एवं भवनों के नाम बदलने की परंपरा नहीं है। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा इस प्रकार योजनाओं के नाम बदलना इनकी सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के नाम बदलने से लाखों कार्यकर्ताओं में रोष था, अब माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय से उन्हें खुशी हुई है।
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