जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री काली चरण सराफ ने जयपुरिया अस्पताल में प्रसव के मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने 5 सदस्यीय कमेटी का गठन कर 3 दिन में जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सराफ ने कहा कि राजकीय चिकित्सालयों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी और लापरवाही बरतने वालो के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि जांच कमेटी में संयुक्त सचिव चिकित्सा प्रकाश जैन, महिला आयोग सचिव अमृता चैाधरी, निदेशक जनस्वास्थ्य डाॅ.वी.के.माथुर, सी.एम.एच.ओ. जयपुर डाॅ.प्रवीण असवाल व जयपुरिया अस्पताल अधीक्षक डाॅ.रेखा सिंह को शामिल किया गया है।
डॉक्टरों की लापरवाही के कारण एक खानाबदोश महिला को शुक्रवार रात को सड़क पर लेटकर बच्चे को जन्म देना पड़ा। साथ आई महिलाओं ने ही चादर तानकर प्रसव कराया। डिलेवरी से पहले महिला के परिजनों ने जयपुरिया अस्पताल में डयूटी पर तैनात डॉक्टरों के आगे भर्ती करने का आग्रह करते रहे, लेकिन डॉक्टर ने एक ना सुनी।
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