जोधपुर। राजस्थान के पोकरण परीक्षण रेंज से गुरुवार सुबह ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का एक बार फिर सफल परीक्षण किया गया। कम ऊंचाई पर तेजी से उड़ान भरने और रेडार की आंख से बचने के लिए जानी जाने वाली दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का परीक्षण गुरुवार तडक़े किया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जानें- ब्रह्मोस की खासियत
-विश्व की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस जमीन, समुद्र और हवा से मार करने में सक्षम है।
-ब्रह्मोस रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और रूस के एनपीओएम का एक संयुक्त उपक्रम है।
-टाइटेनियम एयरफ्रेम और मजूबत एल्यूमिनियम मिश्र धातु की बनावट की वजह से एसयू-30 को ब्रह्मोस मिसाइल के लिए सबसे उपयुक्त युद्धक विमान माना जाता है।
-यह मिसाइल 500 से 14,000 मीटर की ऊंचाई से छोड़ी जा सकती है।
-मिसाइल छोड़े जाने के बाद यह 100 से 150 मीटर तक मुक्त रूप से नीचे आ सकती है और तब यह 14,000 मीटर में क्रूज फेज में प्रवेश कर सकती है और अंत में इसके बाद यह 15 मीटर में टर्मिनल फेज में प्रवेश कर सकती है।
-हवा में मार करने वाले ब्रह्मोस को इसके समुद्र व जमीन से मार करने वाले ब्रह्मोस से हल्का बनाया गया है।
-ब्रह्मोस ने 22 नवंबर को भारतीय वायुसेना के युद्धक विमान सुखोई-30एमकेआई से बंगाल की खाड़ी में अपने समुद्री लक्ष्य को भेद कर इतिहास रचा था।
-यह मिसाइल अंडरग्राउंड परमाणु बंकरों, कमांड ऐंड कंट्रोल सेंटर्स और समुद्र के ऊपर उड़ रहे एयरक्राफ्ट्स को दूर से ही निशाना बनाने में सक्षम है।
जानें-कब हुआ था पहला परीक्षण
22 नवंबर 2017 को भारत ने वायुसेना के सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण कर रिकॉर्ड कायम किया था। ब्रह्मोस ने बंगाल की खाड़ी में अपने समुद्री लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदा था। यह हवा से लक्ष्य भेदने का मिसाइल का पहला परीक्षण था। ब्रह्मोस का पहला सफल परीक्षण 12 जून, 2001 को हुआ था। इस मिसाइल का नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मस्कवा नदी पर रखा गया है।
मुख्तार की मौत के बाद अखिलेश यादव ने कहा, यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल'
बिल गेट्स ने लिया मोदी का इंटरव्यू: बोले- हमारे यहां बच्चा पैदा होता है तो आई भी बोलता है AI भी बोलता है
पांच डॉक्टरों का पैनल करेगा मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम, शाम को सुपुर्द-ए-खाक किया जा सकता है
Daily Horoscope