जयपुर,। प्रदेश में स्थापित नंदीशालाओं को अब 9 माह के स्थान
पर पूरे वर्ष (12 माह) का अनुदान दिया जाएगा। साथ ही गौशालाओं में अपाहिज व
अंधे गौवंश के लिए भी भरण पोषण अनुदान 12 माह दिया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस संबंध में 21.13 करोड़ रुपए के अतिरिक्त बजट प्रावधान
को स्वीकृति दी है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नंदीशालाओं को बड़े गौवंश
के लिए 40 रुपए तथा छोटे गौवंश के लिए 20 रुपए प्रतिदिन की दर से 270 दिवस
के स्थान पर वर्षभर सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इस प्रकार गौशालाओं और
नंदीशालाओं को वर्ष 2023-24 के लिए 21.13 करोड़ रुपए का अतिरिक्त अनुदान
दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि ग्रामीणों को आवारा
पशुओं से होने वाली समस्याओं का समाधान करने तथा इनसे फसलों को होने वाले
नुकसान से निजात दिलाने के उद्देश्य से नंदीशालाएं स्थापित की गई हैं। श्री
गहलोत द्वारा वर्ष 2023-24 के बजट में गौशालाओं व नंदीशालाओं के लिए 1100
करोड़ रुपए से अधिक का वित्तीय प्रावधान किया गया था। इन नंदीशालाओं एवं
अपाहिज व अंधे गौवंश के लिए अनुदान के समय में वृद्धि के संबंध में घोषणा
की गई थी।
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