जयपुर। मैसर्स याषी कंसलटिंग प्राइवेट लिमिटेड की ओर से शहर को स्लम फ्री बनाने की दिशा में स्लम फ्री सिटी प्लान आॅफ एक्शन का प्रस्तुति करण दिया गया। जयपुर विकास आयुक्त वैभव गालरिया की उपस्थिति में जेडीए के चिंतन सभागार में हुए प्रस्तुतिकरण के लिए मै. याषी कंसलटिंग प्राईवेट लिमिटेड को आदेश दिया गया था। जिसके तहत कंसलटेंसी कंपनी की ओर से शहर की कच्ची बस्तियों का सर्वे कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई। इसके प्रस्तुतिकरण के दौरान प्रतिनिधि संजय गुप्ता की ओर से बताया गया कि जयपुर शहर की कुल 238 कच्ची बस्तियां है। इनमें 46 कच्ची बस्तियां जयपुर विकास प्राधिकरण क्षेत्राधिकार और 192 कच्ची बस्तियां जयपुर नगर निगम क्षेत्राधिकार की है। इन कच्ची बस्तियों को यथासंभव, यथास्थान और पास ही किसी स्थान पर बहुमंजिला भवन का निर्माण कर पुनर्वासित किया जा सकता है। जिससे कुछ भूमि रिक्त भी हो सकेगी। जिसे अन्य उपयोग में लिया जा सकेगा। साथ ही कच्ची बस्ती परिवारों को मूलभूत सुविधा युक्त मकान में रहने का अवसर मिल सकेगा। जिससे शहर के सुनियोजित विकास को भी बल मिलेगा। प्रस्तुतीकरण के दौरान अतिरिक्त आयुक्त (प्रशासन) ओ पी बुनकर, अतिरिक्त आयुक्त पुर्नवास रजनी सिंह, अभियांत्रिकी और वित्त शाखा से संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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