भरतपुर । उपखण्ड
डीग की उपतहसील जनूथर की ग्राम पंचायत मौरौली के गांव नाहरौली में पशुओं
में अज्ञात बीमारी फैली हुई है। इसके चलते विगत पांच दिन में करीब एक दर्जन दुधारू
पशुओं की मौत हो चुकी है। दर्जनों दुधारू पशु इस रोग की चपेट में हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सरपंच
प्रतिनिधि श्याम सिंह ने गाँव में पशु चिकित्सक टीम भेजने के लिए उपखण्ड
अधिकारी को पत्र लिखा है।श्यामसिंह ने बताया कि गांव नाहरौली मे पशुओं में
अज्ञात बीमारी फैलने का प्रकोप जारी है जिसके कारण पिछले पांच दिनों से
गांव में डेढ दर्जन पशु इस अज्ञात बीमारी की चपेट में थे जिनमें से उपचार
के अभाव में करीब एक दर्जन पशु मौत का ग्रास बन चुके हैं । करीब आधा दर्जन
पशु अभी भी इस बीमारी की चपेट में हैं जिससे ग्रामीणों में रोष ब्याप्त
है।
गांव में अज्ञात बीमारी के चलते पप्पन जाट की चार
भैस व एक गाय के साथ राजाराम नाई ,तेजसिंह जाटव,बलवीर ठाकुर ,हरिओम ठाकुर
चेतन सूवेदार सहित दर्जनों पशुपालकों के पशुओं ने इस अज्ञात बीमारी के
चलते दम तोड़ दिया. वहीं योगेश ,भगवान सिंह व पप्पन
जाट की भैस सहित कई ग्रामीणों के पशु इस बीमारी से ग्रसित हैं। पशुपालकों का
कहना है कि इस बीमारी में पशुओं के गले में सूजन
,मुंह में छाले के साथ लार टपकती है और पशु खाना पीना छोड देते हैं व तेज
बुखार रहता है।
वहीं जनूथर पशु चिकित्सालय प्रभारी सुरेन्द्र शर्मा का कहना
है कि गांव नाहरौली के पशुओं में घुर्रका रोग है।टीकाकरण को दश माह हो गये
हैं पशुओं में ह्यूमिनिटी कम हो गई है,घुर्रका का वैक्सीनेशन दो माह बाद
अप्रैल में किया जायेगा।इस समय खुसीटा का वैक्सीन लगाया जा रहा है। जल्दी
गांव टीम भेज पशुओं को बीमारी से बचाया जावेगा।
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