जयपुर । राजस्थान में न्यायिक अभिरक्षा और पुलिस हिरासत में कैदियों की मौत का मामला राजस्थान विधानसभा के प्रश्नकाल में उठा है। विधानसभा में पेश आंकड़ें राजस्थान में पुलिस और जेल प्रशासन की पोल खोलने की के लिए काफी है। यह आंकड़े यह बताते है कि अभी भी राजस्थान
की गहलोत सरकार जेलों में व्यवस्थाएं सुधारने में नाकाम हैएक प्रश्न के जवाब में बताया गया
है कि वर्ष 2021 में न्यायिक अभिरक्षा में 80 कैदियों की मौत हुई थी, जबकि वर्ष
2022 में 79 कैदियों की मौत हुई थी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जवाब में बताया गया कि इस 159 बंदियों के मृत्यु के संबंध में 176 सी.आर.पी.सी. के तहत न्यायिक मजिस्टे्ट द्वारा जांच की जाती है। 52 प्रकरणों में न्यायिक जांच पूर्ण हो चुकी है, जिसमें किसी भी जेल अधिकारी/कर्मचारी को दोषी नही माना गया है। बाकी 107 प्रकरणों में जांच शेष है।
वहीं पुलिस हिरासत में वर्ष 2021 और 2022 में कुल 10
कैदियों की मौत हुई है।
वर्ष 2021 में 4 कैदियों
की मौत हुई, जबकि वर्ष 2022 में 6 कैदियों की मौत हुई थी । ।
अमृतपाल सिंह ने कैसे सशस्त्र भारत-विरोधी बल को खड़ा किया, रेंज में आग्नेयास्त्रों का प्रशिक्षण दिया...यहां पढ़िए
साप्ताहिक कॉलमः दीवारों के कान
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 33.06 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की
Daily Horoscope