जयपुर। लिव इन रिलेशनशिप में रहते हुए एक महिला को उसके पहले प्रेमी ने धोखा दिया, दर्द बांटने के लिए जिंदगी में जब दूसरा प्रेमी आया तो उसके साथ मिलकर इस महिला ने पहले प्रेमी को हमेशा के लिए मौत के घाट उतार दिया। खास बात तो ये है कि इस महिला ने अपने पहले प्रेमी की खातिर अपने पति और दो बेटियों तक को भी कुर्बान भी कर दिया था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दरअसल, राजधानी जयपुर के दादी का फाटक स्थित शंकर विस्तार काॅलोनी में रविवार को बाल गोविंद नाम के एक युवक की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या हुई थी। हत्या के बाद डेड बाॅडी को एक प्लास्टिक के कट्टे में डालकर एक खाली प्लाट के पास फेंक दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल करते हुए हत्या की इस गुत्थी को सुलझाते हुए सरस्वती नाम की महिला और उसके प्रेमी भंवर सिंह उर्फ भंवरलाल को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब आरोपी महिला और उसके प्रेमी से पूछताछ की तो बड़ा ही चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
डीसीपी वेस्ट पुलिस अशोक गुप्ता के मुताबिक गिरफ्त में आई यह महिला मृतक की प्रेमिका थी जो कि लिव इन रिलेशनशिप में रह रही थी। मौत के खूनी खेल की इस घिनौनी वारदात को प्रेम प्रसंग के चलते अंजाम दिया गया था।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि मिर्जापुरा गांव, बिहार का रहने वाला बाल गोविंद अपनी प्रेमिका सरस्वती के साथ जयपुर के दादी का फाटक स्थित शंकर विस्तार काॅलोनी में रहता था। दोनों चार साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। सरस्वती पहले से शादी शुदा थी, जिसकी 15 साल पहले रमेश राम नाम के युवक के साथ बिहार में शादी हुई थी। सरस्वती के दो बेटियां भी हैं जो उसके पति के साथ बिहार में रह रही हैं।
पति रमेश शराब पीकर सरस्वती से मारपीट करता था। इस दौरान सरस्वती की मुलाकात आइसकी्रम बेचने वाले बाल गोविंद से हो गई। आए दिन होने वाली पति की मारपीट से परेशान होकर सरस्वती अपने दोनों बच्चों और पति को छोड़कर बाल गोविंद के साथ भाग आई। बिहार से भागने के बाद दोनों 6-6 महीनें रेवाड़ी, लुधियाना और यूपी रहने के बाद राजस्थान के जयपुर आ गए। दोनों पिछले 4 साल से यहां किराए के मकान लेकर रह रहे थे।
यूं शुरू हुआ खूनी खेल
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि मजदूरी कर गुजर बसर करने वाला बाल गोविंद अक्सर घर पर शराब पीकर आता था। इसके चलते सरस्वती और बाल गोविंद का रोजाना झगड़ा होता था। लेकिन प्रेमी बाल गोविंद की उम्र सरस्वती से कम थी। सरस्वती उम्र में ज्यादा बड़ी होने के कारण प्रेमी बाल गोविंद का अपनी हम उम्र की एक लड़की पर दिल आ गया और दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया। बाल गोविंद सरस्वती के साथ रहते हुए उस लड़की के साथ फोन पर रोजाना बात करता था। जब प्रेमिका सरस्वती को बाल गोविंद का किसी और लड़की के साथ अफेयर होने का पता चला तो उनमें रोजाना झगड़ा होने लगा।
यही नहीं, बाल गोविंद सरस्वती को वेश्यावृति में भी धकेलना चाहता था। इसके लिए बाल गोविंद अपने दोस्तों को शराब पीने के लिए पहले घर पर बुलाता और फिर उन्हें घर पर अकेले कमरे में सरस्वती के साथ छोड़कर खुद से घर से चला जाता था। सरस्वती से हुई पूछताछ में सामने आया है कि बाल गोविंद अपने दोस्तों को उसके साथ संबंध बनाने का दबाव डालकर लिए रूपये लेता था। इससे सरस्वती परेशान हो गई।
महिला का भी दूसरे युवक से शुरू हुआ प्रेम-प्रसंग
इस बीच बैनाड़ रोड़ पर थड़ी चलाने वाले आरोपी भंवर लाल से सरस्वती की जान पहचान हो गई। कुछ समय बाद दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया। बाल गोविंद के बाद सरस्वती की जिंदगी में दूसरा प्रेमी बनकर भंवर लाल उसका दुख बांटने लगा। इस बीच सरस्वती ने भंवर लाल से शादी करने की बात कही, लेकिन इसके लिए बाल गोविंद को मौत के घाट उतारने की योजना बनाई।
यूं दिया वारदात को अंजाम
बस फिर क्या था, 9 नंवबर रात बाल गोविंद शराब पीकर अपने दोस्तों के साथ कमरे पर आया। सरस्वती का उससे जमकर झगड़ा हुआ। इस दौरान सरस्वती ने दोनों दोस्तों को कमरे से भाग दिया। रात करीब 1 बजे बाल गोविंद सो गया। योजना के तहत सरस्वती ने अपने दूसरे प्रेमी भंवर लाल को कमरे पर बुलाया और पहले प्रेमी बाल गोविंद की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी। हत्या के बाद कमरे की दीवारों पर खून के छीेंटे लग गए। हत्या के बाद दोनों ने मिलकर शव को ठिकाने लगाने के लिए शव को एक प्लास्टिक के कट्टे में डाला और पास ही खाली प्लाट में पटक दिया।
पुलिस ने यूं किया पर्दाफाश
सुबह होते ही पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी सरस्वती ने खुद ही बाल गोविंद को अपना पति बताते हुए हत्या होने की सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर आई और साक्ष्य जुटाए। एफएसएल और पुलिस को कमरे की दीवार पर खून के छीेटें पाए गए। पुलिस की पूछताछ में सरस्वती ने पहले तो मृतक बाल गोविंद को अपना पति बताया। जब पुलिस ने बाॅडी का चेहरा दिखाया तो सरस्वती ने अपना पति होने से इंकार कर दिया। बार-बार बयान बदलने और शक के आधार पर पुलिस ने सरस्वती को हिरासत में ले लिया। थाने लाकर पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो सरस्वती ने अपने दूसरे प्रेमी भंवरलाल के साथ मिलकर पहले प्रेमी बाल गोविंद की हत्या करना कबूल कर लिया।
पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी भंवरलाल को भी गिरफ्तार कर पूरे मामले का पर्दाफाश किया। बहरहाल, पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर अब मामले की जांच में जुट गई है।
ड्रग फैक्ट्री मामला : मोबाइल से खुलेंगे कई राज, ग्राहकों और अन्य लोगों के कनेक्शन खंगालेगी पुलिस
लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का एक सदस्य पकड़ा गया
अवैध गन फैक्ट्री का पर्दाफाश, पंखिया गिरोह के दो आरोपी गिरफ्तार
Daily Horoscope