जयपुर। दक्षिणी राजस्थान का आदिवासी बाहुल्य भोमट क्षेत्र में ओगना झाडोल स्थित रामकुंडा शिव मन्दिर एवं 24 घन्टे कल कल करते बहता झरने का पहाडों को काटकर जलधारा बहाने वाला एक संत का पानी संचय को लेकर प्रयास पर तीतरी प्रोडक्शन के बैनर तले राजस्थानी बाहुबली फिल्म का निर्माण किया जा रहा है। दस मार्च से ओगना के पहाडी क्षेत्र में शूटिंग में अभिनेता अमिताभ, पारूल, षिवराज गुर्जर, नमिता इत्यादि कलाकरों पर कई दृष्य फिल्माए गये। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
रामकुण्डा षिवमंन्दिर तलहटी में स्थित प्राकृतिक सौन्दर्य का अदभुत नजारा पर्वत श्रृंखलाओं में बारीस के मौसम में स्वीटजरलैण्ड जैसा अनुभूति दिलाता है। विहंगम पहाडियों में स्थित होने के बावजूद आदिवासी क्षेत्र में विदेशी सैलानी यहां आने के लिए उत्साहित रहते है। कहते है कि इन बियाबान पहाडियों में एक संत का आगमन हुआ और वर्षो पहाडों को काटकर गुजरात जा रहे जलश्रोत को जलधारा के रूप में विकसित किया। यह जलधारा बारह महीने बहता है। पहाडों पर नारियल के पेड काट कर पानी चढाने की सिचाई पद्वति से तलहटी के नीचे खेतों में फसल पैदा की जाती है। फिल्म के निदेषक विपिन तिवारी बताते है कि जल संचय के आदिवासियों के परंपरागत तरीके आधुनिक युग में भी पूर्वजों द्वारा स्थापित परंपराएं नियमों में बंधे आदिवासियों के जीवन शैली पर शोध के साथ फिल्म का निर्माण किया जा रहा है। फिल्म में भील रांणा पूंजा, का पैनोरमा सहित राजस्थानी कलाकारों के साथ बालीबुड के कलाकारों का भी जलवा देखने को मिलेगा।
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