धौलपुर। राज्य कर्मचारियों के साथ केंद्रीय कर्मचारियों को सरकार द्वारा
वेतन के साथ महंगाई भत्ता तथा अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं इसके बाद भी
सरकारी कर्मचारियों के बच्चे फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर सामाजिक न्याय और
अधिकारिता विभाग में पेश कर लगभग 17 लाख रुपए की अधिक की छात्रवृत्ति राशि
हड़प चुके है। इन विद्यार्थियों की संख्या 120 है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक मनोज आर्य ने बताया
निदेशालय से विभाग को इस आशय की सूचनाएं मिली हैं कि फर्जी आय प्रमाण पत्र
बनवा कर विभिन्न शिक्षण संस्थाओं ने 120 मामलों में 17 लाख रुपए से अधिक की
छात्रवृत्ति हड़पी है। निदेशालय से जो सूचना मिली है उसमें कई ऐसी शिक्षण
संस्थाओं के नाम भी हैं जो केवल कागजों में चल रही हैं। आर्य ने बताया कि
वर्ष 2015-16 में 75 बच्चों के फर्जी आय प्रमाण पत्र से छात्रवृत्ति हड़पी
गई है जबकि वर्ष 2016-17 में फर्जी आय प्रमाण पत्र बना कर पेश करने वाले
बच्चों की संख्या 45 है। अब इन सभी 120 मामलों की समीक्षा और जांच हो रही
है और संबंधित विद्यार्थियों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। जिन
विद्यार्थियों ने फर्जी आय प्रमाण पत्र बनवाए हैं उनमें से अधिकांश के पिता
राज्य और केंद्र सरकार की सेवा में हैं।
उन्होंने अपने आप को आयकर नहीं
देने वाला दर्शाया है,जबकि अधिकांश के संरक्षक और पिता आयकर दे रहे हैं।
हालांकि राज्य सरकार के निर्देश हैं कि इन मामलों की प्राथमिकी पुलिस में
दर्ज कराई जाए मगर विभाग ने अभी तक एक भी विद्यार्थी के विरुद्ध प्राथमिकी
दर्ज नहीं कराई है जबकि अब तक 3 विद्यार्थी ली गई छात्रवृत्ति की राशि को
जमा कर चुके हैं।
लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान में 11 बजे तक 22.51% मतदान दर्ज,यहां देखे 12 सीटों में कितना मतदान हुआ
यूपी में चंद्रशेखर ने ईवीएम खराब होने की शिकायत की, सपा ने भी लगाए कई आरोप
बंगाल के कूचबिहार में तृणमूल-बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़प के बाद भड़की हिंसा
Daily Horoscope