बूंदी। टाइगर हिल पर मूर्ति लगाने के मामले ने शनिवार को तूल पकड़ लिया। बड़ी संख्या में जमा लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया और खाईलैंड बाजार की आधा दर्जन दुकानों में जमकर तोडफोड़ की। बाद में समुदाय विशेष के लोगों के साथ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ शांति समिति से जुड़े लोगों ने उपद्रवियों के साथ समझाइश की। लेकिन वे मूर्ति हटाने की मांग पर अड़े रहे। इधर, खाईलैंड बाजार में तोड़फोड़ के बाद अन्य बाजारों में भी दहशत का माहौल हो गया। हालात बेकाबू होते देख बूंदी जिला प्रशासन ने कोटा से आरएसी की टुकड़ी और पुलिस बल भी बुला लिया। हालांकि प्रशासन मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की कोशिश में जुटा हुआ है। जानकारी के अनुसार विश्व हिंदू परिषद ने वन विभाग से मूर्ति लगाने की मांग की थी। परिषद नेताओं का कहना था कि टाइगर हिल के जीर्णोद्धार के दौरान छतरी को क्षतिग्रस्त कर दिया और मूर्ति को हटा दिया गया था। इस पर वन विभाग ने छतरी को सही कर मूर्ति को स्थापित कर दिया। इसका समुदाय विशेष के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। उनका तर्क है कि यहां कोई मूर्ति नहीं थी। इसे जान बूझकर रखा गया है।
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