बीकानेर। महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारत और ब्रिटेन के बीच चल रहे संयुक्त युद्धाभ्यास- अजेय वारियर 2017 के दौरान बुधवार को प्रशिक्षित श्वान द्वारा बम आदि की पहचान करने और खोजने का डेमोंस्ट्रेशन किया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष ओझा ने बताया कि रेतीले धोरों में संयुक्त युद्धाभ्यास के दौरान पहले शारीरिक प्रशिक्षण एवं योगा किया गया। इसके बाद प्रशिक्षित श्वान के द्वारा बम इत्यादि की पहचान किस तरह की जाती है। इस बारे में प्रशिक्षण दिया गया। दोनों देशों ने एक-दूसरे की आतंकवाद संबंधित केस स्टडी पर भी चर्चा की गई। अंत में फायरिंग का अभ्यास किया गया। इसमें फायरिंग प्रतिस्पर्धा भी शामिल थी, जिसके आधार पर दोनों दलो से सर्वश्रेष्ठ फायरर का भी चयन किया गया।
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