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कोचिंग छात्र लक्ष्य को मिली दो करोड़ की इंटरनेशनल स्कॉलरशिप

कोटा। कोटा हीरे तराश रहा है, यहां के शिक्षक रूपी जौहरी देश ही नहीं वरन दुनिया को बेस्ट ब्रेन दे रहे हैं। यहां पढऩे वाले स्टूडेंट्स देश की श्रेष्ठ इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षा ही नहीं बल्कि दुनिया की अन्य परीक्षाओं में भी छाप छोड़ रहे हैं। कोटा में एलन करियर इंस्टीट्यूट से आईआईटी जेईई की तैयारी कर रहे छात्र लक्ष्य शर्मा ने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अमरीकी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा में शत प्रतिशत अंक प्राप्त कर धमाका किया है। इस स्कोर के बाद अमरीकी कॉलेज बोर्ड ने लक्ष्य को यूजी-पीजी की पढ़ाई की स्कॉलरशिप के लिए चुना है। लक्ष्य को बैंजमिन-फ्रैंकलिन स्कॉलर में शामिल किया गया है। इस श्रेणी में टॉप-20 विद्यार्थी आते हैं। इन्हें पढ़ाई के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी विश्वविद्यालयों की ओर से दी जाती है। इस पढ़ाई से करीब दो करोड़ से अधिक की स्कॉलरशिप लक्ष्य को दी गई है।
लक्ष्य ने बताया कि अमरीकन कॉलेज बोर्ड की ओर से सबसे पहले अमरीकन कॉलेज टेस्ट आयोजित किया जाता है। इस परीक्षा में 36 में से 36 अंक प्राप्त किए। इसके बाद टॉफेल परीक्षा हुई जिसमें 120 में से 115 अंक प्राप्त किए। तीसरी परीक्षा स्कॉलेस्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट (सेट) थी, जिसमें फीजिक्स, केमेस्ट्री व मैथ्स के पेपर हुए। इस परीक्षा में तीनों विषयों में शत प्रतिशत अंक प्राप्त किए। हर विषय में 800 में से 800 अंक आए। परीक्षा कुल 2400 अंकों की थी, जिसमें से पूरे अंक प्राप्त किए। हाल ही में आईआईटी प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस में भी लक्ष्य को अच्छे अंक प्राप्त करने की उम्मीद है।

कोटा में भी दो साल स्कॉलरशिप से की पढ़ाई


लक्ष्य ने बताया कि प्रारंभिक पढ़ाई लखनऊ के सिटी मांटेसरी स्कूल गोमती नगर में हुई। मैं शुरू से ही अमरीकी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने का इच्छुक था। कोटा से बेहतर तैयारी कहीं नहीं हो सकती थी। 10वीं की पढ़ाई पूरी होने के बाद कोटा आया और आईआईटी-जेईई की तैयारी के लिए एलन करियर इंस्टीट्यूट में एडमिशन लिया। जो सोचकर आया था, उससे भी बेहतर माहौल यहां मिला। एलन के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बहुत सपोर्ट किया। कोटा में भी लक्ष्य ने स्कॉलरशिप से पढ़ाई की। यहां एलन ने दो साल की फीस में 90 प्रतिशत की छूट तो दी ही, हॉस्टल व अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई। यहां नेशनल लेवल का कम्पीटिशन तथा इंटरनेशनल लेवल का एक्सपोजर मिला। अच्छे पढऩे वाले दोस्तों के साथ-साथ अच्छे पढ़ाने वाले टीचर्स मिले। यही कारण रहा कि 2015 में आईजेएसओ में गोल्ड मेडल हासिल किया। इसके बाद एस्ट्रोनोमी ओलम्पियाड में ब्रोंज मेडल हासिल किया। किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना में 13वां स्थान प्राप्त किया।

यूनिवर्सिटी ऑफ पैनीसिलिवेनिया में लूंगा प्रवेश


लक्ष्य ने बताया कि इसी उद्देश्य के तहत कोटा में पढ़ाई की थी। अब यूनिवर्सिटी ऑफ पैनीसिलिवेनिया में प्रवेश लूंगा, क्योंकि वहां यूजी स्तर पर रिसर्च की अच्छी सुविधाएं हैं। मैं कम्प्यूटर इंजीनियरिंग व फीजिक्स में पढ़ाई करना चाहता हूं। आगे की पढ़ाई भी विदेश में ही करूंगा। थयोरिटिकल फिजिक्स में रिसर्च करने की इच्छा रखता हूं। रिसर्च में रुचि एनसाइक्लोपीडिया पढऩे से जागी, यह आदत पापा ने विकसित की। उन्होंने कक्षा 6 में मुझे रीडिंग हेबिट डवलप करने के लिए एनसाइक्लोपीडिया लाकर दिया। मेरी जिज्ञासा बढ़ती गई और मुझमें बहुत कुछ जानने की इच्छा जागी। यही कारण है कि रिसर्च की तरफ रुझान बढ़ा।

तारे देखने का शौक


लक्ष्य ने बताया कि पढ़ाई के साथ-साथ म्यूजिक व तारे देखने का भी शौक है। जब भी समय मिलता है सिंथेसाइजर बजाता हूं। यही नहीं छत पर जाकर टेलीस्कोप से तारे भी देखता हूं। इसी से मेरी एस्ट्रोनोमी में रूचि जागी। मेरे इसी शौक के कारण पापा ने टेलीस्कोप दिलवाया।
मां का सबसे बड़ा योगदान
लक्ष्य ने कहा कि मेरे लिए मां अल्का शर्मा ही सबकुछ है। मेरी पढ़ाई के लिए मां ने हर तरह से साथ दिया। पापा कुंजबिहारी शर्मा कनाडा में सीए हैं। बड़ी बहन भी वहीं से मेडिसिन की पढ़ाई कर रही है। यहां मां मेरे साथ रह रहीं हैं। पहले लखनऊ और फिर दो साल तक कोटा में कोचिंग के दौरान साथ रहीं। मेरा पूरी तरह से ख्याल रखा, मेरी जरूरतों का ध्यान रखा। मां मुझे हर कदम पर प्रेरित करती हैं।

नियमित पढ़ाई ही सफलता


लक्ष्य ने बताया कि सफलता का सिर्फ एक ही मंत्र है, वो है नियमित पढ़ाई। हम रोज की पढ़ाई रोज पूरी करेंगे तभी हम लगातार अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। खेलकूद व अन्य गतिविधियां भी होनी चाहिए लेकिन पढ़ाई की कीमत पर कुछ नहीं होना चाहिए। जब पढऩा है तो पढ़ाई ही होनी चाहिए। मैं ओलम्पियाड की परीक्षाएं देने जाता था तो क्लासेज अटेण्ड नहीं कर पाता था। ऐसे में बाद में अधिक पढ़ाई करके सिलेबस कवर करता था।

एलन करियर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने कहा कि लक्ष्य प्रतिभाशाली विद्यार्थी है। ऐसे विद्यार्थियों की प्रतिभा निखरे इसके लिए एलन हमेशा मदद को तैयार रहता है। लक्ष्य ने इससे पहले भी कई परीक्षाओं में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की। ऐसे विद्यार्थियों पर कोटा को भी गर्व होता है।

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Web Title-International Scholarship to Coaching Student Target
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