भरतपुर। राजस्व मण्डल के अध्यक्ष वी श्रीनिवासन ने कहा कि राजस्व परिवादों के निस्तारण को गति देने के लिए कार्ययोजना बनायें जिससे कृषको को राजस्व न्यायालयों के फिजूल चक्कर लगाने से निजात मिल सके। अध्यक्ष वी श्रीनिवासन शुक्रवार को एक दिवसीय भरतपुर यात्रा के दौरान संभागीय आयुक्त कार्यालय एवं जिला कलक्टर कार्यालय के निरीक्षण के पश्चात जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में उपस्थित राजस्व अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे राजस्व परिवादों में साक्ष्य के लिए उपस्थित होने वाले गवाहों का बयान प्राथमिकता से करायें जिससे उनको बार-बार साक्ष्य के लिए उपस्थित न होना पडे। उन्होंने तहसीलदारों एवं उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे राजस्व न्यायालयों में
निस्तारित होने वाले परिवादों के फैसलों को रैवेन्यू कोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम में आॅनलाइन करने को प्राथमिकता दें साथ ही राजस्व फैसले करते समय यह भी ध्यान रखें कि राजस्व अधिनियम के तहत किसी भी पक्ष का अधिकारहरण न हो और उसको वाजिब लाभ मिले। उन्होंने कहा कि बंटवारे के परिवादों में जारी होने वाले कुर्रों पर तहसीलदार के हस्ताक्षर आवश्यक रूप से करायें जिससे परिवाद के निस्तारण अन्तिम रूप से किया जा सके।
बैठक में राजस्व मण्डल के सदस्य श्याम लाल गुर्जर ने कहा कि राजस्व अधिनियम में खातेदारी का अधिकार देने का हक केवल सहायक कलक्टर एवं उपखण्ड अधिकारी स्तर पर ही है। उन्होंने कहा कि टेनेन्सी अधिनियम के तहत गैर धातेदार को खातेदारी का अधिकार है उसको खातेदारी के अधिकार दिये जायें। उन्होंने कहा कि वाहिद रहमान के प्रकरण के आधार पर परिवादों के निस्तारण के लिए 1947 की स्थिति का दस्तावेज लगाया जाना आवश्यक है उसके अभाव में परिवाद का निस्तारण किया जाना संभव नहीं है।
उन्होंने समस्त राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे राजस्व मण्डल अथवा राजस्व अपील अधिकारी द्वारा परिवाद की मूल पत्रावली मांगे जाने पर संबंधित पत्रावली प्राथमिकता के आधार पर भिजवाया जाना सुनिश्चित करें। बैठक में अध्यक्ष ने समस्त तहसीलदारों एवं उपखण्ड अधिकारियों से राजस्व न्यायालयों में परिवादों के निस्तारण में गति लाने की कार्ययोजना के बारे में विस्तार से जानकारी ली। बैठक में पाॅवर प्रजेन्टेशन के माध्यम से जिले में चल रही राजस्व गतिविधियों के बारे में विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया गया। इससे पूर्व राजस्व मण्डल के अध्यक्ष द्वारा संभागीय आयुक्त कार्यालय एवं जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय का निरीक्षण कर जानकारी ली। बैठक में संभागीय आयुक्त सुबीर कुमार, जिला कलक्टर डाॅ. एन के गुप्ता, राजस्व अपील अधिकारी जगदीश माथुरिया, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन ओपी जैन, भू-प्रबंध अधिकारी अनिल वाष्णेय सहित समस्त उपखण्ड अधिकारी एवं तहसीलदार उपस्थित थे।
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