करौली। जिले में दुपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने और चार पहिया वाहन में सीट बेल्ट लगाने के लिए जिला पुलिस और यातायात पुलिस की ओर से चलाया जा रहा जागरूकता अभियान खास असर नही दिखा पाया है। हालांकि पुलिस प्रशासन लोगों को जागरूक करने के लिए कई तरह की पहल कर रहा है, लेकिन अब तक की जा रही वाहन चालकों की लापरवाही और अपनी जान के प्रति अनदेखी इस अभियान का मजाक उड़ा रही है। जिला मुख्यालय पर पुलिस के अभियानों के बाद भी हेलमेट पहनने और सीट बेल्ट बांधने के प्रति वाहन चलाक लापरवाह बने हुए हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
खास बात यह है कि इन लापरवाही के कारण करौली जिले में पिछले तीन सालों में हुई दुर्घटनाओं में दुपहिया वाहन चालकों की मौत का आंकड़ा बढा है, जबकि चौपहिया वाहन दुर्घटनाओं में मरने की वालों की संख्या कम हुई है।
सूत्रों व पुलिस विभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2015 में दुपहिया वाहनों की 66 दुर्घटनाएं हुईं। इनमें 20 की मौत और 68 घायल लोग हुए, जबकि वर्ष 2016 में 70 दुर्घटनाओं में 20 की मौत और 69 घायल हुए। वहीं 2017 में 76 दुर्घटनाओं में 30 की मौत और 70 लोग घायल हुए हैं।
इसी प्रकार से चौपहिया वाहनों की वर्ष 2015 में हुई 228 दुर्घटनाओं में 105 की मौत और 256 घायल, जबकि वर्ष 2016 में हुई 197 दुर्घटनाओं में 81 की मौत और 201 लोग घायल हुए हैं। वर्ष 2017 में 184 दुर्घटनाओं में 93 की मौत और 174 लोग घायल हुए हैं।
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