भरतपुर। मेवात क्षेत्र में रहने बाले अल्पसंख्यक समुदाय से जुडे एक
परिबार को अपनी मासूम बेटी को पढ़ा-लिखा कर अफसर बनाने के लिए गाव से पलायन
करने पर मजबूर कर दिया है। इस मजबूरी के लिए कोई और नही परिबार के
सगे-संबंधी ही जिम्मेदार है। परिबार ने अब पुलिस को अपनी फरियाद सुना राहत
की गुजारिश की है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्राप्त जानकारी केअनुसार जुरहरा थाना इलाके के लाड़लाका
गांव में रहने वाले जसमाल की दो पुत्रियां में से बड़ी बेटी वनीसा की शादी
कई साल पहले अलवर जिले के रामगढ़ क्षेत्र के खोह बांधोली निवासी मोहब्बत के
साथ हुई तभी से वनीसा पर उसकी छोटी बहन की शादी उसके देवर से कराने का दबाव
बनाया जा रहा हैं। इसी बात को लेकर वनीसा को ससुराल वाले परेशान भी करते
हैं। पढ़ने-लिखने में होशियार जसपाल की छोटी बेटी अनीशा खान अपनी बहन के
देवर से शादी करने की इच्छुक नहीं है। वह पढ़ लिख कर अफसर बनना चाहती है
उसकी इस मुहीम में उसका पिता जमाल पूरी तरह से उसका सहयोग दे रहा है।
पता
चला है कि जब रिश्तेदारों का दबाब हद से बाहर हो गया तो यह परिबार पलायन कर
बर्तमान में भरतपुर शहर में गुब्बारे बेच अपना पेट पालने के साथ अनीशा की
पढ़ लिख कर अफसर बनने की तमन्ना को भी पूरा करने का जतन कर रहा है।
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