भरतपुर। सरकार द्वारा बैंकों में भीड़ कम करने एवं आमजन को उसकी दहलीज पर बैंकिग सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत स्तर पर बैंक बीसी केन्द्र स्थापित किये गये जहाँ नकदी का भुगतान एवं पैसे को जमा,हस्तानान्तरित किया जा सके मगर जिले की ग्राम पंचायतों के अटल सेवा केन्द्र पर स्थापित ये बैंक बीसी पे-पोइंट अब उनके लिए गले की फांस साबित हो रहे रहे हैं। चूंकि इन्हें न तो रेवेन्यू सपोर्ट राशि (मासिक मेहनताना) जो प्रति बीसी 6000 रु.मासिक दिया जाता है उसका भुगतान नहीं किया गया है और न ही प्रति ट्रांजेक्शन मिलने वाली कमीशन राशि इन बीसीओं के खाते में हस्तानान्तरित की गई है जिससे उन्हें आर्थिक समस्या से जूझना पड़ रहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दूसरी तरफ समस्या यहीं खत्म नहीं होती बल्कि जिस नकदी का भुगतान बैंक बीसी आम उपभोक्ता को करते हैं उसकी रिकवरी (भरपाई) उनके खाते में कर दी जाती है लेकिन गत दो माह से न तो इन्हें कमीशन राशि मिली और न ही मासिक रेवेन्यू सपोर्ट राशि जिससे बीसीओं को खासी परेशानी का सामना करना पड रहा है।
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