भरतपुर। शान्तिकुन्ज हरिद्वार के तत्वाधान में देव संस्कृति पुष्टिकरण 151 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ गायत्री शक्ति पीठ भरतपुर पर सम्पन्न होगा। इसमें 151 कुंड बनाए जाएंगे, जहां करीब 11 लाख आहुतियां दी जाएंगी। महायज्ञ 26 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक चलेगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस तरह के भव्य आयोजन के लिए भरतपुर को पहली बार देव संस्कृति पुष्टिकर महायज्ञ अभियान के तहत चुना गया है। इसमें करीब 11 लाख आहुतियां दी जाएंगी और विश्व शांति की कामना की जाएगी। शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा संभाग मुख्यालयों पर गायत्री महायज्ञ किए जा रहा है। अभी तक भरतपुर में सबसे बड़ा आयोजन 15 साल पहले 108 कुंडीय यज्ञ हुआ था। इस यज्ञ की बडे स्तर पर तैयारियां की जा रही है। यज्ञ सामग्री के लिए 7 पीपा गाय का घी तथा 5 क्विंटल अन्य समिधा मंगाई गई है।
यज्ञशाला किला गायत्री शक्तिपीठ के पास गर्ल्स कालेज के मैदान में बनाई जा रही है। यज्ञशाला अलवर शक्तिपीठ के प्रभारी ज्ञानेन्द्र शर्मा की देखरेख में बनाई जा रही है। कैला माता, महावीर जी, बालाजी, मदनमोहनजी एवं सैंकड़ों गावों के जल, रज को यज्ञ शाला में समर्पित किया गया है। 26 अक्टूबर को 5100 महिलाआें द्वारा जल कलश यात्रा गायत्री शक्तिपीठ किला भरतपुर से चैबुर्जा, गंगा मन्दिर, लक्ष्मण मन्दिर, कोतवाली, बासन गेट होती हुई वापस गायत्री शक्ति पीठ किला पर सम्पन्न होगी। 27 अक्टूबर को सुबह 6 बजे से समूह साधना व योग प्राणायम होगा। सुबह 8 बजे विशेष देव पूजन व गायत्री महायज्ञ होगा। शाम 7 बजे संगीत व प्रवचन होगा। 28 अक्टूबर को प्रातः 6 बजे से समूह साधना, योग प्राणायाम सुबह 8 बजे गायत्री महायज्ञ, सामेहिक संस्कार व मंत्र दीक्षा दोपहर 2 बजे लोक आराधन, समय दान संयोजन संगोष्ठी होगी।
वहीं शाम को दीप महायज्ञ उत्तर दायित्वरण एवं अनुयांज संकल्प का कार्यक्रम होगा। 29 अक्टूबर को सुबह समूह साधना योग प्राणायाम व यज्ञ संस्कार, दीक्षा, पूर्णाहूति विदाई कार्यक्रम होगा। देव संस्कृति दिग्विजय अभियान के अन्तर्गत युग ऋषि वेद मूर्ति तपोनिष्ठ पण्डित श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माता भगवती देवी शर्मा के सूक्ष्म संरक्षण में राजस्थान के प्रान्त के अष्ट प्रखण्डों में अश्वमेघ यज्ञ रजत जयन्ती के उपलक्ष्य में 151 कुण्डीय यज्ञ हो रहे हैं।
इसी श्रृंखला में बृज क्षेत्र का विशाल गायत्री महायज्ञ को शान्ति कुंज हरिद्वार की टोली द्वारा सम्पन्न कराया जावेगा। इस महायज्ञ में धौलपुर, करौली, अलवर, भरतपुर के धर्मप्रेमी परिजनों के साथ में पूरे राजस्थान से भी वरिष्ठ गायत्री परिजन सम्मिलित होगे। गायत्री महायज्ञ में संस्कार जैसे पुंसवन, यज्ञोपवीत, दीक्षा, संस्कार निशुल्क सम्पन्न कराये जायेंगे।
इस अवसर पर युग ऋषि पण्डित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित साहित्य व पुस्तक मेला ब्रह्मभोज आधे मूल्य पर उपलब्ध होगा। साथ ही व्यसनमुक्ति गायत्री परिवार के द्वारा चलाये जा रहे प्रकल्पों व गुरूदेव की जीवन शैली पर प्रदर्शनी भी लगायी जावेगी। इस अवसर पर उपजोन प्रभारी रमेश चन्द पाराशर, खूबी राम शर्मा, चतुर्भुज शर्मा, कौशलैश शर्मा, डा. सुशील पाराशर आदि मौजूद रहे।
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