अजमेर। तारागढ़ पर मोहर्रम की शुरुआत से जारी गमी के दौर अब खत्म होने वाले हैं। सोमवार से अल विदाई मातम शुरू होगा। मंगलवार को चुप ताजिये की सवारी के बाद यह मातम खत्म हो जाएगा और शिया परिवारों में खुशियों के आयोजन शुरू होंगे। इसी के साथ लोग नए लिबास पहनेंगे। गम के दिन पूरा होने के बाद तारागढ़ बस्ती में घरों पर लगे काले झंडे हटा लिए जाएंगे। इसके साथ ही ईद जेहरा मनाई जाएगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
तारागढ़ दरगाह इंतजामिया कमेटी के सदस्य हाजी सैयद माशूक हुसैन ने बताया कि रात को इमाम बारगाह में अल विदाई मजलिस शुरू होगी। मौलाना जाफर रिजवी मजलिस को खिताब फरमाएंगे। शहादत के बाद के वाकियात बयान किए जाएंगे। इसके बाद रात करीब 11 बजे अम्मारी का जुलूस निकलेगा। इमाम बाड़े में ही यह सवारी होगी। इस मौके पर बस्ती के सभी लोग शरीक होंगे। आशिकान हुसैन सीनाजनी करेंगे।
पंचायत खुद्दाम सैयदजादगान के सचिव सैयद मशीयत हुसैन ने बताया कि मंगलवार को शाम 4 बजे दरगाह के इमाम बाड़े से चुप ताजिये का जुलूस निकलेगा। मगरिब की नमाज से पूर्व करबला में ताजिया मदफन होगा। इससे पूर्व मजलिस होगी। माशूक हुसैन ने बताया कि शिया परिवारों में मोहर्रम के मौके पर पूरे 2 महीने 8 दिन तक गम के दिन रहते हैं।
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