अजमेर। जिला पुलिस ने एक ऐसे ब्लाइंड मर्डर का खुलासा किया है, जिसमें पुलिस ना तो मरने वाले की शिनाख्त कर पाई थी और मारने वालों का भी कुछ पता नहीं था। पुलिस के पास सबूत के तौर पर कुछ था तो सिर्फ 13 अप्रेल को मित्तल अस्पताल के सामने सेप्टिक टेंक में मिली लाश और और एक बोरा, जिस में लाश थी। बस इन्ही सबूतों के आधार पर पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए आरोपियों को धरदबोचा। पुलिस के अनुसार लाश पुरानी होने के कारण शिनाख्त नहीं हो पाई थी। लेकिन जिस बोरे में लाश थी, उस पर श्रीनाथ कार्गों का एक टैग लगा था। जिसने पुलिस को हत्यारों तक पहुंचा दिया। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए अर्जुन और कालूराम नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने खानाबदोश युवक की हत्या महज इसलिए कर दी थी कि मृतक के खाना खाते समय इनका उससे विवाद हो गया था। बताया जा रहा है कि मृतक का नाम सुरेश उर्फ शंकर उर्फ लम्बू था।
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