किशनगढ़/अजमेर। डायमेंशनल स्टोन इंडस्ट्री के उद्यमियों को सम्बोधित करते हुए राजस्थान के उद्योग मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने आगाह किया कि नई तकनीक एवं इनोवेशन अत्यंत महत्वपूर्ण है, यदि इन्हें नहीं अपनाया गया तो यह क्षेत्र पिछड़ जाएगा। उन्होंने ‘टेक्नोलॉजी’ शब्द को तीन बार दोहराकर इसकी महत्ता को यह कहते हुए रेखांकित किया कि यह सिर्फ समृद्धि एवं प्रगति के लिए ही नहीं, बल्कि इस क्षेत्र में बने रहने के लिए भी सबसे महत्वपूर्ण कारक है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उद्योग मंत्री गुरुवार को किशनगढ़ में शुरू हुए दो दिवसीय ग्लोबल स्टोन टेक्नोलॉजी फोरम (जीएसटीएफ) के 7वें संस्करण के उद्घाटन समारोह में संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम संयुक्त रूप से सेंटर फॉर डवलपमेंट ऑफ स्टोन्स (सीडोस) और फैडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा किशनगढ़ मार्बल एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
उद्योग मंत्री ने आगे कहा कि खनन, प्रसंस्करण एवं वैल्यू एडिशन में नवीनतम तकनीकों को अपनाना इस क्षेत्र के बदलाव में प्रमुख भूमिका निभाएगा। इससे इस क्षेत्र में गुणात्मक वृद्दि होगी। उद्योग मंत्री ने सुझाव दिया कि इस क्षेत्र में वेस्ट संभावनाओं का पता लगा कर इसे भी लाभप्रद बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य में 18,000 पत्थर उद्योग एवं संबंधित इकाइयों के साथ इस क्षेत्र का राज्य की अर्थव्यवस्था एवं रोजगार सृजन में बेहद महत्वपूर्ण योगदान है।
इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग तथा रीको व सीडोस के चेयरमैन राजीव स्वरूप ने कहा कि वर्तमान में विभिन्न वैकल्पिक उत्पादों के उपलब्ध होने से डायमेंशनल स्टोन क्षेत्र में काफी प्रतिस्पर्धा है। इस प्रतिस्पर्धा के चलते लाभप्रद एवं प्रासंगिक रहने के लिए जीएसटीएफ का आयोजन डायमेंशनल स्टोन क्षेत्र में नई एवं अभिनव तकनीकों के बारे में प्रामाणिक जागरूकता उत्पन्न करेगा। विश्व प्रसिद्ध विशेषज्ञों द्वारा आधुनिक तकनीकों पर प्रकाश डालने, नॉलेज शेयरिंग एवं वार्तालाप के माध्यम से इस क्षेत्र को लाभ होगा।
राजीव स्वरूप ने फोरम के प्रतिभागियों से खनन, प्रसंस्करण, प्रौद्योगिकी, वेस्ट मैनेजमेंट एवं पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों के विभिन्न विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी बताया कि देश के मार्बल सैंडस्टोन एवं कोटा स्टोन के कुल उत्पादन में राज्य की 90 फीसदी से अधिक की हिस्सेदारी के साथ राजस्थान इस क्षेत्र में बड़े परिवर्तन की ओर अग्रसर है।
इससे पूर्व अपने स्वागत भाषण में सीडोस के वाइस चेयरमैन अशोक धूत ने मार्बल उत्पादों पर जीएसटी को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने की मांग को पूरी करने के लिए उद्योग मंत्री और राज्य सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने यह भी कहा कि डायमेंशनल स्टोन इंडस्ट्री को सिरेमिक टाइल्स जैसे वैकल्पिक उत्पादों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के तरीके तलाशने चाहिए।
फिक्की के क्षेत्रीय निदेशक कर्नल विवेक कोडिकल ने आभार जताया। उद्घाटन समारोह के दौरान मंच पर उद्योग आयुक्त कुंजी लाल मीणा, अजमेर जिला कलेक्टर गौरव गोयल और किशनगढ़ मार्बल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश टांक भी मौजूद थे। इस अवसर पर सीईओ सीडोस मुकुल रस्तोगी भी उपस्थित थे। बाद में उद्योग मंत्री ने इस अवसर पर आयोजित एग्जीबिशन का उद्घाटन भी किया, जिसमें डायमेंशनल स्टोन की कटिंग, पॉलिशिंग व प्रोसेसिंग के उत्पाद प्रदर्शित किए जा रहे हैं।
जीएसटीएफ में तकनीकी सत्र
‘स्टोन माइनिंग एंड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजीज’ विषय पर आयोजित तकनीकी सत्र में पेडरिनी स्पा एंड यूनिको सोशियो के सेल्स मैनेजर डॉ. जियोर्जियों बिगनोने, पेड्रिनी के रेजीडेंट सेल्स इंजीनियर विनोद भाटी और प्रुसिआनी के मार्केटिंग रिप्रजेंटेटिव अभिलाष भाटी ने प्रजेंटेशन दिए।
डॉ. जियोर्जियों बिगनोने ने पेड्रिनी के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में पेड्रिनी ने मार्बल कटिंग में मल्टीवायर मशीन की शुरुआत कर इस क्षेत्र में एक नई पहल की थी। उन्होंने ओडियो-विजुअल प्रजेंटेशन के जरिए मल्टीवायर मशीनरी के कार्य करने की प्रक्रिया को बताया।
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