20 हजार श्रद्धालुओं को करायेंगे हवाई और रेल मार्ग से तीर्थ यात्रा ये भी पढ़ें - यहां पकौडे और चटनी के नाम रामायण के किरदारों पर
मुख्यमंत्री
ने कहा कि राज्य सरकार वरिष्ठजनों को धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए
दीनदयाल वरिष्ठ तीर्थ यात्रा योजना चला रही है। इसमें पिछले वर्ष 10 हजार
वरिष्ठजनों को हवाई जहाज एवं विशेष रेलगाड़ियों के माध्यम से तीर्थ यात्रा
करवायी गई थी। इस वर्ष 20 हजार वरिष्ठजनों को हवाई और रेल मार्ग के माध्यम
से तीर्थ यात्रा करवायी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बोला सृष्टि खण्ड पद्मपुराण का श्लोक
‘‘अहं अत्र समुत्पन्नः
पद्म तद् विष्णुनाभिजम्।
पुष्करं प्रोच्यते तीर्थं
ऋषिभिर्वेदपाठकैः।।’’
अर्थात
मैं (ब्रह्मा) यहां उस कमल में उत्पन्न हुआ हूं, जो विष्णु की नाभि से
प्रकट हुआ है, उस विष्णु नाभि से उत्पन्न (प्रकट) कमल को वेदपाठी ऋषि
पुष्कर कहते हैं।
वेदपाठ और मंत्रोच्चार से लोग हुए मंत्रमुग्ध
श्रीमती
राजे ने सभास्थल पर कार्यक्रम शुरू होने से पूर्व वहां बड़ी संख्या में
उपस्थित संत समाज से आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद वेद विद्यालयों के
कुमारों ने सुमंगल स्वर में वेद पाठ किया। बिहार के दरभंगा से आये डाॅ.
विपिन कुमार मिश्र एवं श्री अमर नाथ ने मैथिली शैली में शंख, डमरू, स्वर
मंडल और तानपुरे पर शिवतांडव स्त्रोत की प्रस्तुति दी।
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