रूपनगर। ब्लॉक नूरपुर बेदी के पास स्थित एक निजी स्कूल की तरफ से विद्यार्थियों के अभिभावकों को महंगे भाव और बिना किसी पब्लिशर का नाम छपे और बिना बिल की किताबें बेचने का मामला सामने आया है। यहां पर बच्चों के अभिभावकों की तरफ से स्कूल प्रबंधन के खिलाफ रोष प्रकट किया गया है। वहीं डिप्टी कमिश्नर रुपनगर ने तुरंत संज्ञान लेते हुए प्राइवेट स्कूलों की मीटिंग बुलाई और आदेश दिए कि कोई भी स्कूल स्कूल में किताबें नहीं बेचेगा।
गौरतलब है कि पहले भी यह स्कूल घटिया प्रबंधन की वजह से चर्चा में रहा है। आज तो लोगों का गुस्सा आसमान को छू गया और निजी स्कूल में पढ़ते बच्चों के अभिभावकों ने रोष प्रकट करते हुए स्कूल पहुंचकर जमकर हंगामा किया। अभिभावकों ने बताया की नूरपुरबेदी मार्ग पर स्थित सेंट मैरी स्कूल की तरफ से विद्यार्थियों को महंगे दाम पर किताबों की सप्लाई करके अभिभावकों से खूब लूट की जा रही है।
लोगों ने बताया कि स्कूल की तरफ से अपनी किताबें बेचने के लिए नूरपुर बेदी में एक दुकान खोली गई है। यह दुकान स्कूल के पास ही खुली हुई है। जहां महंगे दाम पर सस्ती किताबों को बेचा जा रहा है। पूर्व एमसी देवेंद्र सोनी ने बताया कि दूसरी क्लास कि किताबें 36 रूपये और 5 वी व छठवीं कक्षा की किताबें 5000 से भी ज्यादा रुपयों में बेची जा रही है। उन्होंने बताया कि किताबें बेचने वाले की तरफ से किसी भी अभिभावक को पक्का बिल नहीं दिया जा रहा है।
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