चंडीगढ़। पंजाब
मंत्रीमंडल ने आज विदेशों में बसे पंजाबी मूल के नौजवानों तक पहुंचने के
लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के ‘अपनी जड़ों से जुड़ो’
प्रोग्राम को हरी झंडी दे दी है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस
प्रोग्राम के अंतर्गत पंजाबी मूल के नौजवान लडक़े-लड़कियां जिनके
माता-पिता, दादा -दादी या रिश्तेदार विदेशों में रहते हैं या बस गए हैं, को
अपने पूर्वजों की जड़ों और पंजाब के शानदार सांस्कृतिक विरासत से जोडऩे के
लिए पहल की गई है। मुख्यमंत्री
ने हाल ही में अपने लंदन दौरे के अवसर पर इस कार्यक्रम की घोषणा की थी और
इस स्कीम के उद्देश्य संबंधी कैबिनेट साथियों को अवगत् करवाया। इस
प्रोग्राम का उद्देश्य इन नौजवानों को पंजाब की असली मौजूदा स्थिति संबंधी
प्रवासी नौजवानों को अवगत् करवाना है।
मुख्यमंत्री
कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह प्रस्तावित योजना एन.आर.आई.
मामलों संबंधी विभाग द्वारा 16 से 22 साल की उम्र के नौजवान लडक़े और
लड़कियां जोकि अन्य देशों में बस गए हैं, के लिए चलाई जानी है जो अपने
पितृवंशी देश और क्षेत्रों को देखने और अपने मूल के साथ जुडऩे का आधार
बनेगी। यह स्कीम इन नौजवानों को अपने पारिवारिक पृष्ठभूमि और संस्कृति
जिसके साथ वे संबंध रखते हैं, को समझने और अपने देश की मिट्टी से भावुक
संबंध बनाने के योग्य बनाएगी। नौजवानों का पहला ग्रुप 9 जनवरी, 2019 के
आस-पास आने की उम्मीद है जो इत्तफाक से प्रवासी भारतीय दिवस है और प्रत्येक
ग्रुप में 15 नौजवान शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री
ने बताया कि मंत्रीमंडल की बैठक के बाद वह यू.के., आस्ट्रेलिया और कैनेडा
सहित विभिन्न देशों के राजदूतों तथा हाई कमीशनरों को पत्र लिखकर इस योजना
संबंधी अवगत् करवायेंगे और इन देशों के नौजवानों को न्योता देंगे। भविष्य
में यह प्रोग्राम नौजवानों के स्तर पर प्रवासी भारतियों को विदेशों और
पंजाब में रहते नौजवानों की प्रगति के लिए सामाजिक संबंध, आधुनिकता और
सर्वपक्षीय विकास को बढ़ाने में कड़ी के तौर पर सहायक होगा।
यह
जि़क्रयोग्य है कि मुख्यमंत्री ने इस प्रोग्राम का ऐलान करते हुये नौजवान
लडक़े-लड़कियां विशेष तौर पर जो कभी भी भारत नहीं आए हैं, को दो सप्ताह के
प्रोग्राम में शामिल होने का न्योता दिया था जो उनको अपनी जड़ों को मज़बूत
करने के लिए मंच मुहैया करवाएगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह निजी तौर पर चाहते
हैं कि वह पंजाब का दौरा करें और उनकी सरकार को बताएं कि वे राज्य के
प्रति क्या भावना रखते हैं तथा और सुधार कैसे किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री
ने वादा किया कि वह और अन्य कैबिनेट साथी इन नौजवानों का पंजाब आने पर
ख़ुद स्वागत करेंगे और राज्य सरकार उनको जहां चाहे वहां जाने की इजाज़त
देगी।
यह
प्रोग्राम नौजवानों को अपने पैतृक गांव या शहर का दौरा करने का अवसर
मुहैया करवाएगा जहां उनके पूर्वज जन्में, पले-बढ़े और अपना बचपन बिताया।
यह प्रयास उनको अपनी मातृ -भाषा सीखने और बोलने के लिए अवसर प्रदान करेगा।
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