मोहाली। राजधानी के सबसे नजदीक वाला पढ़ाई के मामले में पूरे राज्य में
सबसे नीचे हैं। कक्षा 10 और 12 के रिजल्ट में यह जिला सबसे नीचे रहा है।
खासतौर पर सरकारी स्कूल का एक भी छात्र मेरिट में स्थान तक नहीं बना पाया,
हां निजी स्कूलों के छात्रों ने जरूर जिले की मेरिट में दो स्थानों पर आकर
लाॅज बचा ली। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मेरिट और पास प्रतिशत दोनों में जिला आखिरी स्थानों पर
रहा है। जिले की पास प्रतिशत 44.7 फीसदी रही है। जो कि गत वर्ष की तुलना
में 17.04 फीसदी कम है। वहीं, मेरिट में केवल दो ही छात्राएं ही अपनी जगह
बना पाई हैं। वहीं, रिजल्ट खराब होने के मामले में विधायक बलबीर सिंह
सिद्धू ने कहा कि यह मामला गंभीर है।
लगातार जिले के गिर रहे
रिजल्ट गिरने के मामले की जांच करवाएंगे। स्कूलों का दौरा करेंगे। वहीं,
अधिकारियों से मीटिंग करेंगे। साथ ही विभाग को कहा कि जाएगा कि खराब रिजल्ट
देने वाले टीचरों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए।
जानकारी के मुताबिक,
10वीं के रिजल्ट में मोहाली की पास प्रतिशत 44.73 फीसदी रही है। परीक्षा
में 8690 छात्र अपीयर हुए थे जिनमें से 3887 छात्र ही परीक्षा पास कर पाए
हैं। हालांकि मेरिट सूची में भी जो छात्र आए हैं उनमें प्राइवेट स्कूलों के
हैं। सरकारी स्कूल का एक भी छात्र नहीं है। दूसरी तरफ 12वीं कक्षा के
रिजल्ट के बाद शिक्षामंत्री अरुणा चौधरी ने कहा था कि जिन स्कूलों का
रिजल्ट 20 फीसदी से कम आएगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि सूत्रों
से पता चला है कि बोर्ड अभी तक उनकी सूची नहीं बना पाया है।
अधिकारियों से होगा जवाब-तलब
डीसी
गुरप्रीत कौर सपरा का कहना है कि इस तरह रिजल्ट गिरना काफी शर्मनाक है। इस
मामले में जल्द ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मीटिंग की जाएगी। साथ ही
रिजल्ट गिरने के कारणों को तलाशा जाएगा। वहीं, इस मामले में जो भी
जिम्मेदार उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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