किसान विकासदीप निवासी कोटला जो अपने खेतों से बेसट लेकर आया था उसने कहा
कि वह पिछले काफी समय से अपनी फसल की बेसट पलांट में लेकर आते है यहां
उन्हे बेसट के पैसे मिलते है वही पर उन्हे अपनी फसल के बेसट का को मानसिक
तनाव भी नही रहता। उन्होंने किसानों को अपील की कि वह अपनी पराली और बेटस
पलांट में लाए। यह भी पढ़े : यहां किसानों पर है विशेष ध्यान, ईजाद की काजू और धान की फायदे वाली नई किस्में
पप्पू मानसा (डेलूयाणा) ने भी किसानों को पराली को आग न
लगाने की अपील करते हुए कहा कि वह अपना बेसट या पराली पलांट में लाए यहां
उन्हें उसके सही दाम मिलेंगे।
रोजगार के साथ सम्मान भी
बलवीर
सिंह बिन्जो और नरिंदर सिंह भी इस प्लांट की ओर से दिए गए रोजगार से बहुत
खुश थे उनका कहना था कि वह जब से इस पलांट में कार्यरत हुए है तब से उनकी
घरेलू दशा में काफी सुधार हुया है और वह अपनी डयूटी समरर्पित होकर करते है।
फर्म की ओर से उन्हें दिन-त्योहार पर भी कारण मान सम्मान दिया जाता है ।
क्षेत्र में इस तरह के प्लांट का लगना बेरोजगारों के लिए एक वरदान है।
सड़क सुधारने की मांग
इस
पलांट में अपनी पराली या अन्य बेसट लाने वाले किसानों के साथ साथ आम
क्षेत्रीय लोगो की मांग हैै कि प्लांट को जाने वाली सडक का बहुत बुरा हाल
है। 10 मिनट के रास्ते को तय करने 1-30 से 2 घंटे लग जाते है। साथ ही
किसानों के ट्रेक्टर ट्राली या फिर अन्य वाहन भी कई वार क्षतिग्रसत हो जाते
है इसलिए इस सडक की मुरंमत को तुरंत करवाया जाए ताकि प्लांट में आने वाले
किसानों को इस मुशकल से राहत मिल सके।
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