बठिंडा/अमृतसर।
अब दुधारू पशुओं की गर्भावस्था मिल्क टेस्ट से ही एक महीना पहले पता चल
जाएगी। इसके लिए कारगिल कंपनी ने बठिंडा में अपनी लेबोरेट्री स्थापित की
है। यह डेयरी किसानों के लिए
नई तकनीक लेकर आया है जिसमें दुधारू पशुओं की प्रेग्नेंसी के समय गाय
में हार्मोन्स की जाँच करके उनके गर्भवास्था का पता लगाया जा सकता है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इसे
प्रेग्नेंसी के लिए मार्कर
के तोर पर इस्तेमाल किया जायेगा। इस दिशा में कारगिल ने बठिंडा में एक
मिल्क
टेस्टिंग प्रयोगशाला की स्थापना की है जिसकी क्षमता हर साल 1 लाख सैम्पल
का
परीक्षण करने की है। कारगिल की ओर से लाया गया मिल्क
प्रेग्नेंसी टेस्ट प्रजजन के 28 दिनों पहले ही गर्भ अवस्था की स्थिति बता
देता है जो की पारम्परिक पद्धति की तुलना में 1 महीना पहले है। इसके उत्पादक
प्रजनन के लिए तैयार पशुओं की पहचान कर सकता है जिससे समय पर प्रजनन को
सुनिचित किया जा सकता है।
60 दिनों तक
इंतज़ार
करने की जरूरत नहीं
पारंपरिक तौर पर किसानो को 60 दिनों तक
इंतज़ार
करने की जरूरत होती है और पशु चिकित्सक हाथ से इस बात की जाँच करता है
की गाय गर्भवती है या नहीं इसमें अधिक समय लगता है और इसमें खर्च भी
ज्यादा आता है। इस मौके पर विक्रम भंडारी का कहना है की ये पहली कम्पनी है
और
किसानो को देखते हुए इस टेक्नॉलाजी को लाया गया है। इससे पहले उन्होंने
ग्लोबल टीम के साथ बात की फिर वह इस तकनीक को लेकर आये। अमृतसर में तकनीक
शुरू करने के बाद इसे जीरा लुधियाना और बाकी पंजाब में भी इस तकनीक को लाया
जायेगा।
एेसे कर सकते हैं परीक्षण
इसके लिए डेयरी किसानों को 300 रुपए की एक किट खरीदनी होगी। उसके बाद किट के जरिये मिल्क सेम्पल को उनकी लेबोरेट्री में भेज सकते है।
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