अमृतसर। पाकिस्तानी महिला फातिमा की आखिरी मुराद पूरी हो ही गई। साथ में उसकी बेटी हिना और मौसी भी है। हिना
की मां फातिमा व मौसी मुमताज करीब 11 साल पहले भारत आई थीं और इस दौरान
हिना की नानी राशिदा बीबी भी इनके साथ थीं लेकिन इन तीनों को नशा तस्करी के
मामले में अटारी सीमा पर गिरफ्तार कर लिया गया था। जिस समय इन तीनों की
गिरफ्तारी हुई उस समय फातिमा गर्भवती थी और लुधियाना की जेल में ही फातिमा
ने हिना को जन्म दिया। उसके बाद से ही हिना को पाकिस्तान भेजने के प्रयास
जारी थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जेल में अपनी मां के साथ रहने वाली हिना की उम्र जब 5 साल
की हुई तो जेल प्रशासन ने उसको चाइल्ड केयर सैंटर में भेजने की तैयारी कर
ली। ऐसे में एडवोकेट नवजोत कौर चब्बा ने इस मामले में केस लड़ा और हिना को
अपनी मां के साथ रहने के लिए अदालत से आदेश हासिल किया। नवतेज चब्बा ने
दलील दी कि एक मां को उसकी बेटी से जुदा नहीं किया जाना चाहिए। भारत के
अन्य कैदियों की तुलना में इस मामले को अलग नजरिए से देखा जाना चाहिए।
लोकसभा की 102 सीटों के लिए मतदान जारी, आठ केंद्रीय मंत्री, पूर्व राज्यपाल, दो पूर्व मुख्यमंत्री मैदान में
पीएम मोदी ने मतदाताओं से भारी संख्या में मतदान कर नया रिकॉर्ड बनाने की अपील की
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में किया मतदान, लोगों से की वोट डालने की अपील
Daily Horoscope