सीहोर (एमपी)। देशभर में पिछले कई दिनों से किसान ऋण माफी के लिए आंदोलन
कर रहे है। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश में किसान अपनी मांगों को लेकर सडक़ पर
उतरे हुए है। कई राज्यों से किसानों की खुदकुशी की खबरें रोजाना सामने आ
रही है। इस बीच मध्यप्रदेश से एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसे पढकर हर किसी
का दिल बैठ जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के गृह जिले के ग्राम
बसंतपुर पांगरी में आर्थिक तंगी के चलते बैल न खरीद पाने के कारण से एक
आदिवासी गरीब किसान अपनी नाबालिग दो बेटियों को बैलों की तरह जोतकर हल चला
रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले दो साल से यह किसान ऐसे ही हल जोत रहा
है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
किसान सरदार बरेला ने बताया कि वह पिछले दो साल से गरीबी के
मारे बैल नहीं खरीद पा रहा है और अपनी दो बेटियों राधा (13) एवं कुंती (9)
को बैलों के बदले जोतकर अपने खेत में हल चलाता हूं। बरेला ने कहा कि उसके
पास बेटियों को पढ़ाने के लिए पैसे नहीं हैं। शासन की योजनाओं का लाभ उसे
नहीं मिल पा रहा है।
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