भोपाल। मध्य प्रदेश की सरकारी मशीनरी गरीबों के दाने पर डाका डालने तक से भी पीछे नहीं है। यही कारण है कि वृद्घाश्रमों, नारी निकेतनों, भिक्षु केंद्रों और मदरसों के लिए भेजा जाने वाला अनाज निजी लोगों के गोदामों तक पहुंच गया। यह खुलासा होने पर दो अफसरों को निलंबित किया गया है। राज्य आपूर्ति निगम के प्रबंध संचालक विकास नरवाल ने इस बात को माना है कि राजधानी की करोंद मंडी के निजी गोदाम से 650 क्विंटल गेहूं जब्त किया गया, जो निगम का था, जिसे वेयर हाउस से भेजा गया था। यह खाद्यान्न वृद्घाश्रम, नारी निकेतन, भिक्षु केंद्र और मदरसों के लिए भेजा जाना था। इसे संबंधित संस्थाओं तक भेजने के लिए एक दिसंबर को आदेश दिए गए थे, मगर यह खाद्यान्न निजी गोदाम में पहुंच गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नारवल द्वारा मंगलवार की रात को जारी आदेश में कहा गया है कि इस कृत्य से शासन और निगम की छवि धूमिल हुई है। इसके लिए केंद्र प्रभारी प्रकाश बोरवनकर और जिला प्रबंधक पी. के. तिवारी पूरी तरह जिम्मेदार हैं। परिणामस्वरूप दोनों अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। निलंबन अवधि में दोनों अधिकारियों का मुख्यालय इंदौर रहेगा।
--आईएएनएस
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