तिरुवनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों से सोमवार को कहा कि सभी को सप्ताह में पांच दिन हरहाल में उपस्थित रहना होगा। कुछ दिन पहले मंत्रियों की कम उपस्थिति के कारण मंत्रिमंडल की बैठक नहीं हो पाई थी। निर्दिष्ट सदस्यों की संख्या नहीं होने की वजह से शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक नहीं हो पाई थी, जिसके कारण विजयन को आलोचनाओं को सामना करना पड़ा था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
10 अध्यादेशों को मंजूरी देने के लिए मंत्रिमंडल की विशेष बैठक बुलाई गई थी। मंत्रिमंडल की मंजूरी बाद इन अध्यादेशों को मंजूरी के लिए राज्यपाल के पास भेजा जाना था। लेकिन बैठक के लिए विजयन सहित सिर्फ छह मंत्री ही उपस्थित थे, जिसके कारण मुख्यमंत्री को बैठक स्थगित करनी पड़ी थी। परंपरा के अनुसार, केरल मंत्रिमंडल में सदस्यों के बहुमत के आधार पर कोरम की संख्या निर्धारित की जाती है। मौजूदा मंत्रिमंडल में विजयन सहित कुल 19 सदस्य हैं।
विजयन ने मई 2016 में पदभार संभालने के बाद अपने सहयोगियों को यह सुनिश्चित करने को कहा था कि सभी राजधानी में सप्ताह में पांच दिन उपस्थित रहेंगे। हालांकि, इसके बाद संख्या घटाकर चार कर दी गई। इसके बावजूद नौ फरवरी की बैठक में सिर्फ छह सदस्य मौजूद रहे। गौरतलब है कि कोरम पूरा नहीं होने की वजह से शुक्रवार की मंत्रिमंडल की बैठक नहीं हो सकी। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसके लिए विजयन पर जुबानी हमला किया।
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