धर्मपुर। जिला परिषद सदस्य भूपेन्द्र सिंह ने धर्मपुर बस स्टैंड को असुरक्षित जोन में निर्मित करके जनता को हर वर्ष दिक्कतें पेश करने वाला कार्य बताया है। इस बस स्टैंड को हर साल बरसात में असुरक्षित घोषित कर दिया जाता है और बसें पुल के ऊपर खड़ी की जाती हैं जिससे हर बार स्थानीय लोगों को इस घटना से रूबरू होना पड़ता है। भूपेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया है कि पूर्व परिवहन मंत्री महेंद्र सिंह ने इस अड्डे का निर्माण बाढ़ सम्भावित जोन में करवा दिया है लेकिन अब इसकी सुरक्षा की व्यवस्था के बारे में खामोश हैं। वर्ष 2014 में आयी बाढ़ का जो नुकसान हुआ था, उसका मुआवजा बहुत कम लोगों को मिला है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ग्राम पंचायत तनेहड़, बहरी, भरौरी, सरस्कान, धर्मपुर व अन्य में हुए नुकसान का मुआवजा नहीं दिया गया है जो कुछ सहायता प्रदान की गयी है उसमें सबसे ज्यादा धर्मपुर को 1 करोड़ 25 लाख, तनेहड़ को 26 लाख 50 हज़ार, बहरी और सकलाना को चार- चार लाख, बिंगा को 3.40 लाख, बनाल को 2.50 लाख, सरी को 2.70 लाख, स्योह को 3 लाख, सिद्धपुर को 2 लाख, दारपा को 2.50 लाख, नेरी को 1.40 लाख, लोंगनी और ध्वाली को डेढ़-डेढ़ लाख तथा सजाओ व ग्वेलाको 70-70 हज़ार रूपये सहायता प्रदान की गई है। जबकि उस समय पांच सौ करोड़ का नुक्सान हुआ था।
स्त्रेहड़ और बनवार तथा धर्मपुर के गांवों में करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था। परन्तु मुआवजा गांवों के बजाए बस स्टैंड के आसपास वालों को ही दिया गया था। भूपेन्द्र सिंह ने सरकार से मांग की है कि इसकी सुरक्षा का स्थायी समाधान किया जाए या इसे किसी सुरक्षित स्थान पर बनाया जाये। नुकसान का मुआवजा सभी पंचायतों को भी देने की गुहार लगाई है।
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