रोहतक। राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा है कि मानव की सही कल्पना के बिना न लोकतंत्र सफल होगा, न पूंजीवाद और न समाजवाद। जब तक मानव की सही कल्पना को मानव के अंदर नहीं उतारेंगे तब तक समस्याएं चलती रहेंगी। राज्यपाल बुधवार को यहां महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में एकात्म मानव दर्शन की प्रासंगिकता विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एकात्म मानव दर्शन की प्रासंगिकता सर्वकालिक है। यह दर्शन मनुष्य को सही अर्थ में मनुष्य बनाने का दर्शन है। यह दर्शन मनुष्य को समाज, सृष्टि तथा परमात्मा से जोड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर मानव समाज व परमात्मा के बारे में नहीं सोचे तो वह मानव नहीं है। मानव और एकात्म एक-दूसरे के पूरक हैं, इसलिए मानव रहेगा तो एकात्म भी प्रासंगिता भी रहेगी। राज्यपाल ने मानव जीवन को व्यक्तिवाद से आगे बढकर समाज के बारे में सोचने पर जोर देने की वकालत की। उन्होंने कहा कि वाद कोई भी हो, वह संकुचित होता है, लेकिन दर्शन अपने आप में पूर्ण होता है। सभी समस्याओं की जड़ व्यक्तिवाद है। उन्होंने कहा कि आदमी को यह नहीं पता कि उसका धर्म क्या है, कर्त्तव्य क्या है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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