नूंह। नूंह जिला बनने के 12 साल बाद भी उपमंडल वासी सुविधाओं को तरस रहे हैं। दर्जनों सरकारी दफतरों के पास आज भी अपना भवन नहीं है। इसके कारण सरकारी कार्यालय इधर-उधर संचालित हो रहे हैं। अलग अलग दिशा में कार्यालयों के संचालित होने के कारण लोगों को भारी जहमत का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि कुछ कार्यालय नगर पालिका कार्यालय में चल रहे हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आंगनवाड़ी, जनस्वास्थ्य, खाद्य एंव पूर्ति, डाकखाना, सर्व ग्रामीण बैंक, मोरगेज बैंक, कृषि विभाग के पास अपने भवन नहीं है। इनमे से एक मात्र खाद्य एंव पूर्ति विभाग कार्यालय नपा भवन में चल रहा है। जबकि बाकी सभी निजि भवनों में चल रहे है। सरकारी भवन नहीं होने से संबधित विभागों के कर्मचारियों के साथ साथ आम लोगों को भारी परेशानी हो रहीं है। खासकर विकालांग ,बुजुर्ग एंव महिलाओं का सबसे अधिक परेशान होना पड़ रहा है।
पूर्व सरपंच अख्तर अली, मुकुट, अधिवक्ता दीपक सतीजा, अधिवक्ता धर्म किशोर , नबंरदार अली मोहम्मद, नंबरदार इसराईल आदि का कहना है की सरकारी कार्यालयों के लिए अपना भवन नहीं होने के कारण जहां विभिन्न महकमों को हर महीनें लाखों का किराया देना पड़ रहा है। वहीं निजि भवनों में सुविधाओं को भारी अभाव है।
उन्होंने बताया की काम के लिए आने वाले लोगों के लिए निजि भवनों में न बैठने की प्रयाप्त जगह है न पानी व शौचालय की व्यवस्था। जिसकी वजह लोग परेशान है। लोगों की शासन प्रशासन से मांग है की उपमंडल के सभी सरकारी भवन एक छत के नींचे लाए जाए। ताकि कर्मचारियों के साथ साथ आमजन को परेशानी से निजात मिल सके।
बता दें कि गत अगस्त में तावड़ू को नया उपमंडल बनाया गया है। फिलहाल जहां अधिकांश दफतर निजि भवनों में चल रहे है। वहीं उपमंडल कार्यालय भी अनाज मंड़ी के किसान भवन में संचालित है।
First Phase Election 2024 : पहले चरण में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान, यहां देखें कहा कितना मतदान
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
पहले चरण के बाद भाजपा का दावा : देश में पीएम मोदी की लहर, बढ़ेगा भाजपा की जीत का अंतर
Daily Horoscope