नूंह। मेवात मॉडल गर्ल्स हॉस्टल नूंह में बारहवीं कक्षा की छात्रा रेनू की मौत के नूंह पुलिस ने तीन हॉस्टल वार्डन सहित तीन अध्यापकों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया , जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भौंडसी जेल भेज दिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
होली - धुलेंडी त्यौहार के बाद शनिवार को स्कूल खुले तो पहले तो दसवीं - बारहवीं कक्षा को छोड़कर सभी बच्चों ने अपनी परीक्षा का बहिष्कार किया , और घर लौट गए। इसके बाद नूंह - नगीना मेवात मॉडल स्कूल के सैकड़ों अध्यापक एवं अन्य स्टाफ हड़ताल पर चले गए। अध्यापकों ने न केवल पुलिस विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की , बल्कि दो टूक कहा कि अगर उनके गिरफ्तार किये गए तीन साथियों को क्लीनचिट देकर नहीं छोड़ा गया तो, सीबीएसई की सोमवार से शुरू हो रही परीक्षाओं का बहिष्कार किया जायेगा।
दरअसल मेवात मॉडल स्कूल नूंह सीबीएसई की दसवीं - बारहवीं की परीक्षाओं का कई सालों से सेंटर रहा है। अध्यापकों की गिरफ्तारी के मामले को पुलिस - प्रशासन ने गंभीरता से नहीं लिया तो जिले के सभी आठ मेवात मॉडल स्कूलों का करीब 600 से अधिक स्टाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर उतर सकता है। विवाद बढ़ा तो परीक्षाओं पर भी संकट के बादल मंडरा सकते हैं। परीक्षाओं में महज एक दिन बचा है , वह भी रविवार का छुट्टी का दिन है। अध्यापकों की हड़ताल पुलिस - प्रशासन के गले की फ़ांस बन सकती है। अध्यापकों ने बाजू में काली पट्टी बांधकर साथी अध्यापकों की गिरफ्तारी पर विरोध दर्ज कराते हुए डीसी अशोक कुमार शर्मा से उनके आवास पर मुलाकात की। अध्यापक एसपी नाजनीन भसीन से भी मामले में मुलाकात की बात कह रहे हैं। सैकड़ों अध्यापकों ने मेवात मॉडल स्कूल नूंह से मुख्य बाजार जामा मस्जिद होते हुए डीसी आवास तक नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन भी किया।
आपको बता दें कि रेनू नाम की बारहवीं की छात्रा का शव गत 19 दिसंबर को मेवात मॉडल गर्ल्स हॉस्टल नूंह में उसके कमरे में फांसी के फंदे पर झूलती मिली थी। नूंह पुलिस ने पीड़ित परिवार के रोहताश उर्फ़ मीनू की शिकायत पर प्रिंसिपल सोमवीर राणा , हॉस्टल वार्डन सारस्वत , पीटीआई महावीर , पाली , शाहआलम लेक्चरार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। पीड़ित परिवार ने अध्यापकों पर हत्या का आरोप लगाते हुए धरना - प्रदर्शन से लेकर एससी / एसटी आयोग से लेकर आला अधिकारियों और मंत्रियों से मुलाकात की थी।
पुलिस विभाग ने मामले को सुलझाने के लिए चार सदस्यीय पुलिस अधिकारियों की डीएसपी वीरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में एसआईटी गठित कर जांच शुरू की । एसआईटी में एसएचओ नूंह विपिन कुमार इंस्पेक्टर , चौकी नूंह इंचार्ज रमेश चंद तथा इंस्पेक्टर करतार सिंह को शामिल किया गया ।
मधुबन से एफएसएल की रिपोर्ट आने में कई माह का समय लग गया। रिपोर्ट आई तो यह साफ हो गया कि छात्रा रेनू की हत्या नहीं हुई बल्कि उसने आत्महत्या की थी। आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप पीटीआई महावीर , वार्डन सारस्वत , अध्यापक शाहआलम पर लगा , जिन्हें एसआईटी प्रमुख डीएसपी वीरेंद्र सिंह के आदेश पर गत 1 मार्च को पूछताछ के लिए नूंह थाने में बुलाने के बाद हिरासत में ले लिया। वार्डन को उसी दिन अदालत में पेश किया गया तो महावीर और शाहआलम को गत 2 मार्च को कोर्ट में पेश किया। तीनों आरोपी अध्यापकों को भौंडसी जेल भेज दिया गया। अध्यापक समाज में यह खबर आग की तरह फैली और शनिवार को स्कूल खुले तो गिरफ्तारी को लेकर स्टाफ ने विरोध शुरू कर दिया। विरोध और गिरफ्तारी ऐसे समय पर की गई , जब सीबीएसई की परीक्षाएं सिर पर हैं। विवाद बढ़ा तो हजारों बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। शनिवार से विरोध प्रदर्शन शुरू करने वाले अध्यापकों में पुलिस प्रशासन के प्रति रोष है। उन्होंने कहा कि अगर बच्चों को अनुशासन का पाठ पठाना गलत है ,तो फिर शिक्षा के मंदिरों में अभिभावक अपने बच्चों को क्यों भेजेगा। अध्यापकों के साथ सरासर गलत हुआ है , जब तक न्याय नहीं मिलेगा , मेवात मॉडल स्कूलों में कोई काम नहीं होगा। अभी तो यह महज शुरुआत है। सोमवार तक मसला हल नहीं हुआ तो परीक्षाओं के बहिष्कार से लेकर अन्य महकमे के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल होकर जिले की व्यवस्था को गड़बड़ा सकते हैं। शनिवार को बच्चों द्वारा परीक्षाओं का बहिष्कार भी कम नहीं है , इसका मतलब गिरफ्तार अध्यापकों के खिलाफ की गई कार्रवाई से तक़रीबन 1500 नूंह स्कूल के बच्चे बेहद नाराज हैं। जब इस बारे में एसएचओ संजय यादव हुई तो उन्होंने बताया कि पहले हत्या का मुकदमा गत 19 दिसंबर को दर्ज किया था , जांच के बाद इसे धारा 306 यानि छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा के तहत दर्ज कर तीन अध्यापकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बाकि बचे प्रिंसिपल सोमवीर राणा और पाली के बारे में जांच चल रही है। कसूरवार हुए तो गिरफ्तारी होगी , बेकसूर पाए गए तो उनकी गिरफ्तारी नहीं की जायेगी।
थाना पहुंचे नाराज अध्यापक ;- डीसी आवास से निराश होकर मेवात मॉडल स्कूल के अध्यापकों ने नूंह थाने तक प्रदर्शन करते हुए पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एसएचओ संजय कुमार ने अध्यापकों के प्रतिनिधिमंडल से दो टूक कहा कि दोषी पाए जाने पर ही आरोपी तीन अध्यापकों को हिरासत में लिया गया , अब जो कहना है कोर्ट में कहना। थाने से मिली निराशा के बाद अध्यापकों ने धरना स्थल की तरफ रुख किया।
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