करनाल। डीसी डाॅ.आदित्य दहिया ने कर्ण झील का दौरा किया और विकास की दृष्टि से हर पहलू को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि कर्ण झील एक ऐतिहासिक पर्यटक स्थल है, महाभारत के महा-पराक्रमी योद्धा दानवीर कर्ण के नाम से विख्यात कर्ण झील को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मापदंडों को मद्देनजर रखते हुए विकसित करने के प्रयास जारी है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
डा. दहिया ने पर्यटन अधिकारी से क्राफ्ट बाजार स्थल पर चटकोरी गली और बैंकेट हाल व फूड कोर्ट स्थापित करने पर सम्बन्धी विषयों पर जानकारी ली। मौके पर उपस्थित पर्यटन अधिकारी विजेन्द्र शर्मा ने बताया कि चटकोरी गली, फूड कोर्ट और बैंकेट हाल स्थापित करने के लिए प्रस्ताव विभाग को भेजा जा चुका है और इस संदर्भ में अधिकारियों की कुछ समय पहले बैठक भी हुई थी।
कर्ण लेक परिसर में 800 से 1000 लोगों की क्षमता वाला एक बैंकेट हाल स्थापित करने का प्रस्ताव है। डीसी ने कहा कि समुचित व्यवस्था होने पर प्रदेश के मशहूर पकवान बनाने वालों को चटकोरी गली में अपनी दुकानें लगाने के लिए आमत्रित करें ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिले।
डीसी ने पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेशों की अनुपालना के तहत कर्ण झील में समय-समय पर स्वच्छ पानी भरा जाना चाहिए और जरूरत पडऩे पर झील की खुदाई करवाई जाए। पर्यटन अधिकारी ने बताया कि दिसम्बर महीने में झील की खुदाई करवाई जाएगी। उन्होंने उपायुक्त को यह भी बताया कि अधिक गर्मी के चलते स्वच्छ पानी की सप्लाई भाखड़ा नहर से की जाती है, इस पर डीसी ने कहा कि समुचित व्यवस्था में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आनी चाहिए।
निरीक्षण के दौरान डा. दहिया ने पश्चिमी यमुना नहर और कर्ण झील के बीच बने उस स्थान को भी देखा जहां से कर्ण झील में स्वच्छ पानी की सप्लाई होती है। उन्होंने पर्यटन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पानी की सप्लाई वाले स्थान को सुरक्षित जाली लगाकर ढका जाए ताकि किसी को कोई नुकसान ना हो। इतना ही नहीं, उन्होंने विभागीय अधिकारियों को यह निर्देश भी दिए कि वे उस स्थान पर जाकर भी निरीक्षण करें जहां से जरूरत पडऩे पर झील में भाखड़ा नहर के पानी की सप्लाई होती है। उन्होंने सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियन्ता को निर्देश दिए कि वे सम्बन्धित स्थान का दौरा करके रिपोर्ट दें।
उपायुक्त दहिया ने कर्ण लेक परिसर में चल रहे कमरों के नवीनीकरण के कार्य को अति शीघ्र पूरा करवाया जाए। वीआईपी सूट के नवीनीकरण का कार्य भी निर्धारित मापदंड के अनुसार होना चाहिए। कर्णलेक पर सफाई व्यवस्था के साथ-साथ हरियाली बनाए रखने की भी बहुत जरूरत है इसलिए समय-समय पर पौधा रोपण का कार्य भी करवाएं।
स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था के साथ बेहत्तरीन शौचालय व्यवस्था भी होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नवीनीकरण के बाद कर्णलेक और टूरिज्म कॉम्पलैक्स की शोभा और सुविधाएं इस प्रकार की होनी चाहिए कि शहर के लोग तथा बाहर से आने वाले पर्यटक खुद-बा-खुद इन सुविधाओं के प्रति आकर्षित हों। शर्मा ने उपायुक्त को यह भी बताया कि नगरनिगम द्वारा कर्णलेक परिसर में चार हाई मास्क एलईडी टावर शीघ्र लगाए जाएंगे। इस अवसर पर एसडीएम योगेश शर्मा और तहसीलदार श्याम लाल भी उपस्थित थे।
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