करनाल। मधुबन कॉम्पलेक्स में हरियाणा पुलिस के राष्ट्रीय मुक्केबाज ए.एस.आई राजेन्द्र सिंह ने पुलिस लाइन में करनाल गेट के निकट 12बी अपने क्वार्टर पर फांसी लगा ली। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मृतक राजेन्द्र की जेब से एक सुसाईड़ नोट मिला, जिसमें उसने अपनी मौत का कारण हरियाणा पुलिस की छह महिला मुक्केबाजों को बताया है। पुलिस ने मृतक की पत्नी मीना के बयान व सुसाइड़ नोट के आधार पर हरियाणा पुलिस की छह महिला मक्केबाजों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
राजेन्द्र सिंह जींद जिले के छयाना गांव के रामनगर का रहने वाला था व वर्ष 2001 में पुलिस में भर्ती हुआ था। राजेन्द्र सिंह हरियाणा पुलिस का राष्ट्रीय स्तर का मुक्केबाजी था व मधुबन पुलिस लाइन में मुक्केबाजी के ट्रेनर के पद पर भी रह चुका है। वह इस समय अम्बाला में पोस्टिंग था व अपने परिवार के साथ मधुबन पुलिस लाईन में करनाल गेट के निकट 12 बी. पुलिस क्वार्टर में रह रहा था।
मृतक राजेन्द्र के बड़े भाई राजेश ने बताया बताया कि वर्ष 2015 में मुक्केबाजी के ट्रेनर के दौरान हरियाणा पुलिस की छह मुक्केबाज महिला खिलाडिय़ों ने राजेन्द्र पर प्रताडऩा के झूठे आरोप लगाए थे। इन खिलाडिय़ों में एक खिलाड़ी ने दबाव बनाने के लिए जहर खा लिया था, जिन्हें लेकर राजेन्द्र को विभाग की ओर से निलम्बित कर दिया गया था। इसके बाद विभागीय जांच ने राजेन्द्र सिंह को निर्दोष बताया व उसे नौकरी पर बहाल कर दिया था। उसके बाद से राजेन्द्र लगातार परेशान रहता था व इस बात को लेकर ज्यादा परेशान था कि उस पर झूठे आरोप लगाकर उसे बदनाम किया गया है। जिसके चलते बुधवार को उसने परेशानी के चलते एक सुसाइड़ नोट लिखकर मकान की छत से लटक कर फांसी लगा ली व अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
लोकसभा चुनाव 2024 : देश की 102 सीटों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़ शांतिपूर्ण रहा मतदान
लोकसभा चुनाव 2024: देश की 102 सीटों पर कुल 59.71% मतदान दर्ज
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
Daily Horoscope