कैथल। जिला
परिषद चेयरपर्सन की कुर्सी को लेकर चल रहा विवाद अब पहले से भी ज्यादा तूल
पकड़ गया है। जिला परिषद के 21 में से 16 सदस्य जहां चेयरपर्सन की
कार्यप्रणाली पर नाराजगी जता रहे हैं, वहीं चेयरपर्सन के खेमे में केवल 5
पार्षद ही बचे हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
वीरवार को जिला परिषद के वार्ड नंबर 2 से
पार्षद अंजू जागलान व 12 से भाग सिंह खनौदा ने पत्रकारों से बातचीत में
बताया कि 5 अप्रैल 2017 को 14 पाषदों ने डीसी के सामने चेयरपर्सन और वाईस
चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए पत्र दिया था, जिसमें डीसी ने
स्वयं कार्रवाई न करते हुए एडीसी कैथल को पार्षदों की बैठक करवाने की
जिम्मेवारी सौप दी, लेकिन उस बैठक में रखे अविश्वास प्रस्ताव को एक वर्ष के
लिए लैप्स कर दिया गया।
उन्होंने बताया की एडीसी द्वारा अविश्वास प्रस्ताव
के लिए बैठक लेना कानूनी तौर पर सहीं नही हैं। इससे नाराज पार्षद मामले को
कोर्ट में लेकर चले गए। उन्होंने बताया कि अब बैठक को दोबारा करवाने के
लिए कोर्ट के आदेश आए हैं, जिसके तहत डीसी को 15 दिन के अंदर अविश्वास
प्रस्ताव पर जिला परिषद की बैठक करवानी होगी। उन्होंने बताया कि कुल 21
वार्डों में से अब 16 पार्षद अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में है बाकि 2
पार्षदों से इस बारे बातचीत की गई है। उन्होंने बताया कि बैठक की
विडियोग्राफी भी करवाई जाएगी।
First Phase Election 2024 : पहले चरण में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान, यहां देखें कहा कितना मतदान
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
पहले चरण के बाद भाजपा का दावा : देश में पीएम मोदी की लहर, बढ़ेगा भाजपा की जीत का अंतर
Daily Horoscope