चण्डीगढ़।
हरियाणा के पंचायत मंत्री ओ पी धनखड़ ने फतेहाबाद जिले के गांव नागपुर की
सरपंच सुनीता सिहाग को फोन करके उनके द्वारा किये गए कार्य के लिए बधाई
दी। पंचायत मंत्री ने सुनीता सिहाग के सरपंच होते हुए गांव के बच्चों को
पढ़ाने का जो पुनीत कार्य किया है वह सराहनीय है। उन्होंने सरपंच से गांव
में में भी निष्ठा और ईमानदारी से काम कर मिसाल स्थापित करने को प्रेरित
किया।
उल्लेखनीय है कि गांव नागपुर की सरपंच सुनीता सिहाग ने अपने
गांव के सरकारी स्कूल में अंग्रेजी के शिक्षक नहीं होने के कारण पढ़ाने का
जिम्मा स्वयं ले लिया। कक्षा दस जमा एक के सभी विद्यार्थी पास भी हुए जबकि
दस जमा दो का परिणाम आना शेष है। पंचायत मंत्री को सरपंच के बारे में
जानकारी मिली तो मंत्री ओ पी धनखड़ ने उन्हें स्वयं फोन करके बधाई दी ।
पंचायत मंत्री ने सरपंच को अपने चंडीगढ़ निवास पर आने का निमंत्रण भी दिया।
धनखड़ ने कहा कि पढ़ी लिखी पंचायतें बनाने का फायदा जनता के सामने है ।
शिक्षित पंचायतें होने से जनप्रतिनिधि जागरूक हुए हैं । उन्हें हकों के
प्रति भी अधिक जानकारी हुई है।
सरपंच सुनीता सिहाग ने कहा कि मेरे
लिए यह बहुत प्रसन्नता की बात है कि स्वयं मंत्री ने मुझे फोन करके बधाई दी
है। उन्होंने कहा कि सरपंच के नाते गांव की समस्याओं का समाधान करने की
मेरी भी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि शिक्षक नहीं था और मै अंगेरजी में
पी जी हूं, इसलिए मैंने ही पढाने की ठान ली।
शिक्षित पंचायतों के फैसले
को सराहते हुए सरपंच सुनीता सिहाग ने कहा कि ये एक उत्कृष्ट फैसला था।
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि इससे समस्याएं आसानी से हल करवा रहे है।
उन्हें जानकारी भी आसानी से मिल पाती है। उन्होंने कहा कि मुझे मंत्री ने
स्वयं फोन करके बधाई और निमंत्रण दिया है यह मेरा पुरस्कार है। उन्होंने
कहा कि वे जल्दी की पंचायत मंत्री से मिलने जाएँगी और अपने गांव की
समस्याएं भी उन्हें बताएंगी। उन्हें विश्वास है कि जिस तरह से मेरे अच्छे
कार्य की उन्होंने बधाई दी है, वैसे ही वे समस्याएं भी हल करेंगे। सरपंच ने
कहा कि आज उन्हें कितनी खुशी है वे बयां नहीं कर सकती।
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