नई दिल्ली| कांग्रेस सांसद प्रदीप भट्टाचार्य ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये अन्य सभी विपक्षी दलों को कांग्रेस से अलग करना चाहते हैं, यह एक व्यावहारिक रूप से संभव नहीं। टीएमसी के पास जोड़ने वाली ताकत नहीं है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कांग्रेस सांसद प्रदीप भट्टाचार्य ने शनिवार को टीएमसी सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कांग्रेस ने कभी नहीं कहा कि वे अन्य विपक्षी दलों के बॉस हैं। कांग्रेस उनके साथ बहुत दोस्ताना है।
उन्होंने कहा कि हमारे नेता हमेशा सभी विपक्षी दलों को आमंत्रित करते हैं और संसद में हमारी भविष्य की रणनीति पर चर्चा करते हैं। किसी भी दादागिरी का सवाल ही नहीं उठता। सुदीप बंदोपाध्याय ने जो कहा कि वे अन्य सभी विपक्षी दलों को कांग्रेस से अलग करना चाहते हैं, यह एक व्यावहारिक रूप से असंभव प्रस्ताव है क्योंकि कांग्रेस एक जोड़ने वाली ताकत है। न तो टीएमसी और न ही अखिलेश यादव के पास जोड़ने वाली ताकत है। क्षेत्रीय दलों के पास अपने-अपने राज्यों में नेता हैं लेकिन कोई राष्ट्रीय नेता नहीं है। इसलिए, वे किसी भी परिस्थिति में एकजुट नहीं हो सकते।
दरअसल समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कोलकाता पहुंचकर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अगले सप्ताह ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से भी मिलेंगी, जो बीजू जनता दल के प्रमुख हैं। इसी के मद्देनजर बंदोपाध्याय कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा था कि कांग्रेस को यह नहीं मानना चाहिए कि वह विपक्ष की बिग बॉस है।
उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी बीजेपी से लड़ने के लिए शक्तिशाली क्षेत्रीय दलों के साथ बैठक करेंगी। इस साल पंचायत चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव, दोनों में पार्टी देश को साबित करेगी कि वह बीजेपी को अकेले दम पर पश्चिम बंगाल में कैसे रोक सकती है।
--आईएएनएस
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